परम आदरणीय नीरज जी को आज उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं, केक वे कोरियर से भेज सकते हैं और छोटे भाइयों के लिये चाकलेट भी चाहें तो भेज सकते हैं ।
इस सदी में तेरे ओठों पर तबस्सुम की लकीर, हंसने वाले तेरा पत्थर का कलेजा होगा
ये ग़ज़ल उनको भेंट
http://www.archive.org/details/AgarNaZohra-jabiinoneKe
आज नीरज जी का जन्म दिन है । कहते हैं कि बड़े भाईयों के जन्मदिन पर छोटे भाइयों के मजे होते हैं क्योंकि उस दिन बड़े भाई अपने छोटे भाइयों को ट्रीट देते हैं और कुछ गिफ्ट शिफ्ट भी देते हैं । सो आज के दिन मैं भी उम्मीद से बैठा हूं कि आज तो मेरे भी मजे होने है । आदरणीय नीरज जी मेरे अग्रज हैं । खैर ये तो हुई जन्मदिन के दिन ठिठौली की बात । आज नीरज जी के बारे में बातें । नीरज जी को जितना मैंने जाना है उतना ही हैरान होता रहा हूं । नीरज जी से एक बात जो मैंने सीखी है वो ये है कि हर समस्या का हल होता है आज नहीं तो कल होता है । वे हर बात को जिंदादिली से लेते हैं । एक और बात जो नीरज जी की मुझे बहुत पसंद आई वो ये कि उनसे बात करने के बाद पूरा दिन अच्छा निकलता है और वो इसलिये क्योंकि वे बात करते समय खूब हंसते हैं ठहाके लगाते हैं या तो दीवाना हंसे या तू जिसे तौफीक दे । नीरज जी का सबसे बड़ा गुण है उनकी सदाशयता उनकी विनम्रता । दरअसल में तो यही एक गुण है जो उनको भीड़ से अलग किये हुए है । वे इतने विनम्र हैं कि कभी कभी तअज्जुब होता है कि ये कौन से ग्रह से उतरा हुआ प्राणी है, कम से कम आज के दौर का पृथ्वी का प्राणी तो नहीं हो सकता है । नीरज जी की शायरी के बारे में एक बात बताना चाहता हूं और वो ये कि वे अक्सर अपनी ग़ज़लों के साथ मेरा नाम लगा देते हैं कि मैंने उस ग़ज़ल में ये ठीक किया वो ठीक किया । राज की बात ये है कि उनकी ग़ज़लों में कभी कुछ ठीक करने की गुंजाइश उनकी ग़ज़लों में मुझे मिली ही नहीं । उनकी ग़जलें पहले से ही मुकम्मल होती हैं । फिर भी ये उनका बड़प्पन है कि वे उन ग़ज़लों के सुधार का एक फिजूल का क्रेडिट मुझे दे देते हैं । दरअसल में आज का ये दौर जब इन्सान सबसे ज्यादा झिझकता है क्रेडिट देने में, उस दौर में नीरज जी जैसे लोग इस भ्रम को तोड़ते हैं । एक मजेदार घटना सुनाना चाहता हूं । एक बार नीरज जी की एक ग़ज़ल मेरे पास आई और संयोग से उसी समय उनसे मेरी बात हुई नीरज जी ने कहा एक ग़ज़ल भेजी है । मैंने उत्तर दिया हां मिली है उसका मतला बहुत ही घटिया है । मेरे उत्तर पर नीरज जी करीब आधा मिनिट तक ठहाका लगा कर हंसते रहे और बोले वाह मजा आ गया । मैं आश्चर्य मे था कि किस माटी का बना है ये शख्स । अमूमन तो आज ये होता है कि यदि आप किसी की रचना में बस इतना भी कह दो कि मजा नहीं आया तो अगला बुरा मान जाता है । और यहां तो में कड़े शब्दों में ये कह रहा हूं कि घटिया है और सामने वाला हंस रहा है । खैर यहीं तो वो बाते है जिनके कारण नीरज जी सबके चहेते हैं । मेरी तरफ से और पूरे ब्लाग जगत की ओर से उनको जन्मदिन की शुभकामनाएं । ( नीरज जी का दूरभाष क्रमांक 09860211911 तथा मेल neeraj1950@gmail.com है )
आज कृष्ण का भी जन्मदिन है ।
सुनिये परम श्रद्धेय पंडित नरेंद्र शर्मा जी का लिखा हुआ और आदरणीय लता मंगेशकर जी का गाया हुआ ये दुर्लभ गीत ज़रूर सुनें आपने शायद नहीं सुना होगा ये गीत । ( बड़ी दीदी आदरणीया लावण्य शाह जी पंडित नरेंद्र शर्मा जी की सुपुत्री हैं )
http://www.archive.org/details/NandbhawanNandlal
और कल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ये एक और गीत जो पुन: पंडित नरेंद्र शर्मा जी और लता जी की अद्भुत जुगलबंदी है ।
http://www.archive.org/details/JoSamarMeinHoGayeAmar
कृष्ण जो बचपन में मुझे इसलिये भी बहुत प्रभावित करते थे कि उस समय गणेशोत्सव और दुर्गा उत्सव के नाटकों और झांकियों में मुझे हमेशा कृष्ण का ही पात्र मिलता था । सांवला रंग होने के कारण और कुछ कुछ कमनीय काया होने के कारण ये रोल मुझे बिना मांगे मिलता था । एक मजेदार घटना सुनें जब मैं शायद बारह या तेरह साल का था तो एक बार झांकी में मुझे गोवर्धन पर्वत को उंगली पर उठाना था । गोवर्धन पर्वत आलरेडी ऊपर इमली के पेड़ से बांध कर लटकाया गया था जिस के नीचे झांकी लगी थी । और मुझे बस नीचे से उंगली लगा कर खड़े रहना था । खैर कुछ देर हुई और दर्शनार्थ आई हुई जनता में मेरे क्लास में पढ़ने वाली एक लड़की भी आई जिससे मैं बहुत घबराता था । मेरी नजरें उससे मिलीं और उसने एक हरकत कर दी । मेरे पसीने छूट गये । मैं तुरंत नीचे बैठा और जोर जोर से रोने लगा । जनता हैरान कि ये कृष्ण जी नीचे बैठ कर रो रहे हैं ये कौन सा प्रसंग है कृष्ण लीला का और ये गोवर्धन पर्वत हवा में कैसे लटका है । उसे तो लटकना ही था वो तो ऊपर इमली के पेड़ से बंधा था । खैर उससे ये हुआ कि हमारी झांकी की पोल खुल गई कि पर्वत को कृष्ण ने कैसे उठाया था । मेरे स्थान पर तुरंत एक दूसरा कृष्ण लाया गया और मैं रोता हुआ घर भाग गया । अब प्रश्न ये उठता है कि उस लड़की ने क्या हरकत की थी । आंखों ही आंखों में होने वाली एक ही तो हरकत होती है । बाद में धर्मवीर भारती जी के नाटक अंधा युग में भी कृष्ण की भूमिका करने का मौका मिला कुछ मार्डन कृष्ण बना था उसमें देखिये नीचे चित्र । एक है झांकी का और दूसरा अंधा युग के लिये मेकअप करने के बाद का । इस नाटक के लिये हमने घर से ही सामान एकत्र किया था इसलिये हो सकता है कि कृष्ण का मेकअप आपको कुछ फूहड़ टाइप का लगे । इस नाटक में हमने पेंट शर्ट के ही ऊपर कुछ हल्का फुल्का पहन कर अभिनय किया था ।
खैर कृष्ण के चरित्र पर लिखा शिवाजी सावंत का युगंधर एक अद्भुत ग्रंथ है उसे अवश्य पढ़ें । और हां कुछ दिनों के लिये किसी काम में उलझा हूं । इसलिये यदि आपके मेल का जवाब समय पर न दे पाऊं या आपकी किसी पोस्ट पर कमेंट नहीं कर पाऊं तो अन्यथा न लें । तरही मुशायरे के परिणाम अभी मिले नहीं हैं । मिलते ही घोषित करूंगा और हां तय ये किया है कि इस बार मिसरा तरह के लिये एक पूरा गाना जो कि किसी खास बहर पर हो वो दूंगा और उसकी किसी भी पंक्ति पर गिरह बांधते हुए ग़ज़ल लिखना होगी । किसी भी पंक्ति अर्थात जो आपको पसंद आये । उससे एक वैरायटी मिलेगी हमको ग़ज़लों में ।
तो अगले अंक में तरही के परिणाम और तरही के लिये वो गाना जिसमें से आपको मिसरा खुद निकालना है ।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंआदरणीय नीरज जी को इस पावन दिन पर जन्म दिन की ढेरो शुभकामनाये और बधाई.
regards
वाह पंकज जी, क्या खूब जच रहे हैं आप इस getup में...मज़ा आगया
जवाब देंहटाएंक्या गुरुदेव आप भी...जनम दिन के बहाने क्यूँ चने के झाड़ पर चढा रहे हैं...गिर गया तो इस उम्र में हड्डियाँ भी नहीं जुडेंगी...:))
जवाब देंहटाएंनीरज
नीरज जी को जन्म दिन पर हार्दिक शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंसुबीर जी,
जवाब देंहटाएंआप सब को सपरिवार कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत शुभकामनायें.
कल स्वतंत्रता दिवस पे भी मातृभूमि को नमन !
आदरणीय नीरज जी को भी जन्म दिवस पर हार्दिक बधाई. उनका लेखन और जीवन हरदम हीरकनी सा हँसता- निखरता रहे!
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आप की पोस्ट पढ़ते हैं तो लगता ही नहीं कि हम देश से इतनी दूर हैं. देखिये आज की ग़ज़ल, भजन और देश भक्ति गीत आपके सौजन्य से सुन लिए हमने.
पंडित नरेन्द्र शर्मा जी के गीतों की ठीक से प्रशंसा कर सकूँ, इतने शब्द नहीं मेरी झोली में. बहुत ही मीठे लिखे हुए गीत, बहुत ही मीठे गाये हुए लता जी द्बारा!
उनका "ज्योति कलश छलके ... " मुझे बहुत ही प्रिय है.
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अब ज़रा आपकी खबर लूँ !! कितनी खराब चुन्नी पहनी हुई है !! :) :)
खुश रहिये, खुशियाँ बिखेरिये !
सादर शार्दुला
नीरज जी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई ...श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंपंकज जी, आप द्वारा प्रस्तुत पंडित नरेन्द्र शर्मा जी लिखा और लता जी का गाया ये गीत मेरे लिए इस जन्म दिवस की सर्वश्रेष्ठ भेंट है...क्या कहूँ...अभिभूत हूँ, सुने ही जा रहा हूँ...अनवरत.
जवाब देंहटाएंनीरज
कुछ लोगों ने मेल करके नीरज जी का दूरभाष जानना चाहा है वो मैंने पोस्ट में दे दिया है जो 09860211911 है ।
जवाब देंहटाएंऔर शार्दूला दीदी आप मात खा गईं पहचानने में । मैंने कहा था ने कि घर के सामान से तैयार हुए थे सो ये चुन्नी नहीं है टेबल क्लाथ है ।
जवाब देंहटाएंनीरज जी को शुभकामनाएं देने के बाद ही आज कर्मक्षेत्र में उतरी हूँ...! वो वाक़ई बहुत ही अच्छै इंसान हैं....!
जवाब देंहटाएंइमली के पेड़ से लटके गोवर्द्धन पर्वत दृश्य सोच कर ही हँसी छूट रही है।
बाकि उस लड़की और आपके बीच हुए प्रकरण को हमने नही सुना...:)
तरही की प्रतीक्षा...!
नीरजजी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई। देखो ना भाई हिन्दी ब्लोगजगत के कृष्ण नीरजजी का भी आज के दिन ही जन्म दिन है और जगतपालक श्री कृष्ण जन्माष्टमी भी आज ही है। हार्दिक शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंहे प्रभु यह तेरापन्थ
मुम्बई टाईगर
नीरज जी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई..
जवाब देंहटाएंनीरज जी जरूर विनम्र स्वभाव के होंगे, ऐसा मेरा अनुमान शुरू से रहा है। उनकी रचनाऍं बहुत अच्छी लगती हैं।
जवाब देंहटाएंकृष्ण जी और नीरज जी को समवेत् रूप से जन्मदिन की बधाई।
नीरज जी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई ....
जवाब देंहटाएंआपको और आपकी पूरे परिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी और स्वतन्त्रता-दिवस की बहुत बहुत बधाई......aapka prasang lajawaab hai...majaa aa gaya..
AAJ JANAMASHTMEE HAI AUR HAMARE
जवाब देंहटाएंPRIY NEERAJ GOSWAMI JEE KA BHEE
JANMDIWAS HAI ,YAH TO SONE PAR
SUHAGA WAALEE BAAT HO GAYEE HAI
PANKAJ SUBEER JEE.DOHRA HARSH AUR
ULLAAS.WAH,KYA BAAT HAI!BINA MITHAEE KHAAYE HEE MUNH MEETHA HO
GAYAA HAI.MEREE MEETHEE-MEETHEE
BADHAAEEYAN JANMASHTMEE AUR NEERAJ
GOSWAMI JEE KE SHUBH JANM AVSAR
PAR.AAPKO BEE BADHAAEE HO JANMASHTMEE AUR 15 AUGUST KEE.
KAVIVAR PT.NARENDRA SHARMA
JEE KE GEET KA RAS LE RAHAA HOON.
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ। जय श्री कृष्ण!!
जवाब देंहटाएं----
INDIAN DEITIES
पंकज भाई ,
जवाब देंहटाएंआप स्वस्थ हो गए हैं ऐसा लग रहा है ;-)
और तस्वीर में बहुरुपिया लग रहे हैं आप !!
नीरज भाई ,
हार्दिक शुभकामनाएं
और
शतं` जीवेन शरादम `
बेहद सुमधुर गीत सुनवाए आपने
...बहुत शुक्रिया जी ..
भारतीय १५ अगस्त की,
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की
हिन्दी ब्लॉग जगत परिवार को बधाई !
स स्नेह, सादर,
- लावण्या
जन्माष्टमी के पावन दिवस पर आप सब को मेरी शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंनीरज गोस्वामी जी को जन्म-दिन की अनेक शुभकामनायें प्रषित हैं.
सुबीर जी के ब्लॉग पर आने से तो आज का दिन सफल होगया. जन्माष्टमी, नीरज जी का जन्म-दिन और सुबीर जी के जीवन की सुन्दर रोचक झांकियां, एक खूबसूरत ग़ज़ल:
अगर न ज़ोहरा जबीनों के दरमियाँ गुज़रे
फिर कैसे कटे जिंदगी कहाँ गुज़रे'
और लता जी के मधुर स्वर में स्व. पंडित नरेंद्र शर्मा जी के दुर्लभ गीत - सब एक ही जगह मिल जाना बड़ा ही सुखद लगा.
पंकज सुबीर जी को कृष्ण के रूप में देखकर आनंद तो आ गया. कृष्ण की उंगली के बिना ही गोवर्धन पर्वत टिका रहा - यह पढ़ते ही हँसी आगई.
इस पोस्ट के लिए बधाई.
महावीर शर्मा
नीरज जी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनायें और आप्को भी इस सुन्दर पोस्ट के लिये बधाई स्वतन्त्रता दिवस और श्री कृष्ण ज्न्माश्टमी की भी शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंयदा यदा ही धर्मस्य,
जवाब देंहटाएंग्लानिर्भवति भारत..
अभ्युत्थानम अधर्मस्य
तदात्मानम सृजाम्यहम
परित्राणायाय साधुनाम,
विनाशायच दुष्कृताम
धर्म सँस्थापनार्थाय,
सँभावामि, युगे, युगे ! "
***************************
श्री राधा मोहन,
श्याम शोभन,
अँग कटि पीताँबरम
जयति जय जय,
जयति जय जय ,
जयति श्री राधा वरम्
आरती आनँदघन,
घनश्याम की अब कीजिये,
कीजिये विनीती ,
हमेँ, शुभ ~ लाभ,
श्री यश दीजिये
दीजिये निज भक्ति का वरदान
श्रीधर गिरिवरम् ..
जयति जय जय,
जयति जय जय ,
जयति श्री राधा वरम्
*********************************
रचनाकार [स्व. पँ. नरेन्द्र शर्मा ]
भगवद गीता का अमर सँदेश
महाभारत टी.वी .सीरीझ का शीर्षक गान - ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अथ श्री महाभारत कथा...
अथ श्री महाभारत कथा...
कथा है पुरुषार्थ की,
ये, स्वार्थ की , परमार्थ की
... सारथी जिसके बने, श्रीकृष्ण भारत पार्थ की.....
शब्द दिग्घोषित हुआ,
जब सत्य सार्थक सर्वदा.
... शब्द दिग्घोषित हुआ.....................
रचनाकार [स्व. पँ. नरेन्द्र शर्मा ]
नीरज जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाईयां और जन्माष्टमी की बहुत शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
गुरु जी प्रणाम
जवाब देंहटाएंआपकी तस्वीर बहुत मोहक है पहली फोटो में तो बिलकुल पहचान में नहीं आ रहे हैं
तरही के लिए गजल का बेसब्री से इंतज़ार है "निवेदन है थोडा सरल दीजियेगा"
@ नीरज जी, जन्म दिन की ढेर सारी शुभकामनाये
@ आप सभी को कृष्ण जन्माष्टमी व स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं
वीनस केसरी
bhayi
जवाब देंहटाएंmeri bhi bahut bahut badhayi svikaren
आज नीरज जी से पहली बार बात हुई इसी बहाने...
जवाब देंहटाएंगीत सुन नहीं पा रहा...मेरा नेट कनेक्शन इजाजत नहीं दे ता...
आपकी तस्वीरें गुरूदेव...और तेबल-क्लाथ का रहस्य खुला टिप्पणी में तो हँसते-हँसते बुरा हाल हो गया।
स्वतंत्रता-दिवस की हार्दिक शुभकामनायें गुरूदेव!
कृष्ण वेश पर आँखों ही आँखों में हुई इकलौती हरकत और रोना पढ़ कर तो हमारे ठहाके नहीं रूक रहे।
जवाब देंहटाएंयही हाल नीरज जी से बात करते हुए होता है जब दोनों ओर से ठहाकों का दौर ही बंद नहीं होता।
वैसे आप भी खूब जंच रहे हैं :-)
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंदोनों महान विभुतियों ओ जन्मदिवस की बधाई। और ये टेबल क्लाथ का रहस्य न खुलता तो मैं पूछने वाला था कि आप कृष्ण बनने वाले थे या राधा!!! तेरह साल के कृष्ण और गोपी वाली घटना और विस्तार मांगती है। इस पर ध्यान दिया जाये। पं. नरेन्द्र शर्मा जी के गीत लता जी की आवाज में बहुत सुंदर लगे। आभार इसे सुनवाने का।
जवाब देंहटाएंमैं आप सब का जनम दिन की शुभ कामानों के लिए तहे दिल से आभारी हूँ... अपना स्नेह यूँ ही बनाये रक्खें...
जवाब देंहटाएंनीरज
सबसे पहले तो आदरणीय श्री नीरज जी को मेरे तरफ से जन्म दिन की ढेर सारी बधाईयाँ और शुभामनाएं...ऊपर वाला खूब सुख और स्वस्थ्य दे उन्हें... खूब उनकी लेखनी चले... और हम उससे सराबोर होते रहें...
जवाब देंहटाएंगुरु देव यह तस्वीर तो संभाल के रखने के लिए है... मजा आगया इसे देख कर ... बचपन में कुछ ड्रामे में मैंने भी काम किये हैं मगर... हा हा हा.... यह गीत आदरणीय लता दीदी के आवाज़ में सुनकर आनंद आगया वाकई कभी नहीं सुनी थी यह गीत कभी... इसके लिए आभार कैसे ब्यक्त करूँ यह समझ नहीं आरहा है ... बस यही कहूँगा के सादर प्रणाम....
आपका
अर्श
नन्द भवन नन्द लाल ठुमक चलन लागे ....पीछे माँ यशोमती बाबा नन्द आगे ..लाल चलन लागे ... और जो समर में हो गए अमर , में उनकी याद में गा रही हूँ आज श्रधा गीत धन्यवाद में....... बहुत सुन्दर गीत सुनवाये आपने ...
जवाब देंहटाएंनीरज जी को जन्म दिन पर हार्दिक शुभकामनाएं....
जवाब देंहटाएंपाबला जी की हंसी में मैं भी शामिल हूँ .....!!