सोमवार, 9 अक्तूबर 2023

वैश्विक हिन्दी चिंतन की अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका विभोम-स्वर का वर्ष : 8, अंक : 31, अक्टूबर-दिसम्बर 2023 अंक

मित्रो, संरक्षक तथा प्रमुख संपादक सुधा ओम ढींगरा एवं संपादक पंकज सुबीर के संपादन में वैश्विक हिन्दी चिंतन की अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका विभोम-स्वर का वर्ष : 8, अंक : 31, अक्टूबर-दिसम्बर 2023 अंक अब उपलब्ध है। इस अंक में शामिल है- संपादकीय। मित्रनामा। साक्षात्कार- स्त्री विमर्श भी अराजकता का शिकार हो गया है, कहानीकार-उपन्यासकार तथा प्रतिलिपि की संपादक वीणा वत्सल सिंह से आकाश माथुर की बातचीत, विस्मृति के द्वार से- कहानी का सफ़र, नरेंद्र नागदेव। कथा कहानी- कौन ज़िम्मेदार- शेर सिंह, इक वादा था ख़्वाब का- पूरा हुआ अभी-अभी, विमलेश शर्मा, एक अपने लिए- अंजना वर्मा, मन्दिर वाला घर- किसलय पंचोली, कोठी मिर्ज़ा सिंह- ज्योत्सना सिंह, स्टील का कप- ममता त्यागी। इन्द्रधनुष- प्रेमा श्रीवास्तव, भाषांतर- क्वीन्स लैंड, पंजाबी कहानी, मूल लेखक : आग़ाज़बीर, अनुवाद : सुभाष नीरव। लघुकथा- अपनेपन की डोर, प्रगति त्रिपाठी, जनम जनम का साथ- सुभाष चंद्र लखेड़ा, हेल्प- यशोधरा भटनागर। रेखाचित्र- भेरू दादा- ज्योति जैन। स्मृति आलेख- रंगरेज़ के नाम हुआ एक रास्ता- विनय उपाध्याय। ललित निबंध- बोलिए सुरीली बोलियाँ... - वंदना मुकेश। व्यंग्य- एक प्रकृति प्रेमी की प्रेम कथा, कमलेश पाण्डेय, केजी-2 वाट्सएप समूह- भूपेन्द्र भारतीय। शहरों की रूह- अमेरिका का शहर लॉस वेगस- जलते रेगिस्तान में चमकता स्वर्ग- रेखा भाटिया। ग़ज़ल- देवी नागरानी, विज्ञान व्रत, नज़्म सुभाष। दोहे- रघुविन्द्र यादव, गीत- सूर्य प्रकाश मिश्र। आख़िरी पन्ना। आवरण चित्र- पंकज सुबीर, डिज़ायनिंग सनी गोस्वामी, शहरयार अमजद ख़ान, सुनील पेरवाल, शिवम गोस्वामी, आपकी प्रतिक्रियाओं का संपादक मंडल को इंतज़ार रहेगा। पत्रिका का प्रिंट संस्क़रण भी समय पर आपके हाथों में होगा।

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