मैं पिछले पोस्ट में भूल से समय नहीं लगा पाया था मैथिली जी ने भूल सुधार करव दी ये कह कर कि आना तो चाह रहे हैं पर कब और कहां पर आना है । खैर पुन: बता रहा हूं कि समीर लाल जी सीहोर आ रहे हैं और उनके सम्मान में एक गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है । 6 जनवरी को शाम 5 बजे सीहोर के मुकेरी मोहलले में स्थित श्री रमेश हठीला जी के आवास पर । भोपाल से अजीत जी का फोन आया कि वे भी आ रहे हैं उनके आने से कार्यक्रम की शोभा बढ़ेगी । सीहोर जैसे छोटे से शहर में जहां पर ब्लाग की जानकारी रखने वाला शायद मैं अकेला ही हूं वहां पर समीर जी और अजीत जी का आना मेरे लिये प्रसन्नता की बात है । एक बात जो अजीत जी ने की कि वे ये समझते थे कि मैं ग्वालियर का हूं, अजीत जी मैं ग्वालियर चेकअप के लिये जाता रहता हूं ( मनोरोगी चिकित्सालय में ) पर हूं नहीं । हा हा हा खैर मेरी ससुराल तो ग्वालियर की है सो आधा तो हूं ही ग्वालियर का । भोपाल से दैनिक भास्कर ने साहित्य पर एक अच्छा पन्ना शुरू किया है अजीत जी उसको ही देखते हैं ।
बाकी तो सब ठीक है समीर जी के स्वागत की तैयारियां चल रहीं हैं आशा है आप सब भी आऐंगें ।
सुबीर जी, फिलहाल दिल्ली में हैं पर हैं तो हम भोपाली ही. इस माह भोपाल जाना भी था. काश इसके बारे में कुछ दिन पूर्व पता होता.
जवाब देंहटाएंमिलेंगे फिर कभी जब बदा होगा.
क्ष्मा चाहता हूं कि पूर्व से नहीं बता पाया दरअस्ल में समीर जी का कार्यक्रम तय नहीं हो पा रहा था सो कुछ नहीं लिख पा रहा था । खैर आप केवल भोपाल आने की न कहें आपको सीहोर भी आना है जब भी आप यहां पर आते हैं तब ।
जवाब देंहटाएंसमीर लाल जी से कहें अगर ग्वालियर से निकलना हो तो बताएं-जैसे ट्रेन से बस से दिल्ली जा रहे हों तो-मैं उनसे मिलना चाहूंगा. उन्हें बता दें कि उनको भी इस संबंध में ईमेल भेज रहा हूँ.
जवाब देंहटाएंदीपक भारतदीप, ग्वालियर
वाह! क्या बात है!
जवाब देंहटाएंसमीर भाई चले जहाँ-जहाँ
गौष्ठी करने कवि पहुँचे वहाँ-वहाँ
आपको नया साल बहुत-बहुत मुबारक हो सुबीर भाई...
पंकज जी, समीर जी को सिहोर से रतलाम का रास्ता दिखा दीजिएगा. :)
जवाब देंहटाएंpankaj ji aapne hamen to khabar di nahin fir bhi ham aapko aur hatilaji ko badhaiyan dete hen shamber
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