शुक्रवार, 2 नवंबर 2007

ब्‍लागिया कवि सम्‍मेलन बना समाचार पत्रों की सुर्खी


शरद पूर्णिमा को आयोजित किया गया ब्‍लागिया कवि सम्‍मेलन समाचार पत्रों की सुर्खियों में स्‍थान बना रहा है । भोपाल से प्रकाशित होने वाले दैनिक भास्‍कर ने अपने क्षेत्रिय संस्‍करण में इसको लीड समाचार के रूप में स्‍थान दिया है । जिसकी स्‍केन कापी यहां पर लगी है । और माड़साब को लगातार कवि सम्‍मेलनों में जाना है इसलिये क्‍लासें बंद हैं 7 नवम्‍बर को माड़साब दौरे से वापस आऐंगें तब क्‍लास शुरू होंगीं तब तक छात्र दीपावली कवि सम्‍मेलन की तैयारी कर के रखें ।

9 टिप्‍पणियां:

  1. विज्ञान के आभारी है कि अपना देश अब अंर्तजाल के माध्यम से करीब आ गया है. सुबीर जी आपके अनुपम प्रयास से अनुभव हुआ जैसे हम अपने देश मे ही हैं.
    आपके नए प्रयोगो की प्रतीक्षा में ..!

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  2. वाह वाह..बहुत बधाई. आज ही एक दोस्त का भोपाल से मैसेज आया समाचार देख कर. आपके प्रयास-और नाम बंदे का हो लिया. बहुत आभार.

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  3. गुरुदेव,

    इतने सुंदर आयोजन के लिए अनेक शुभकामनाएँ।

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  4. इस शभ कार्य के लिए आपको बधाई हो.दिवाली की शुभकामनाओं के साथ

    देवी

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  5. ऐसे जारी रखिये यह अभियान .प्रयास नि:संदेह प्रसंश्नीये है , बधाईयाँ !

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  6. congratulations sir! net activities vyaktigat karno.n se khatai me.n pad gai hai. apna naam paper me dekh kar bahut achcha laga. bhopal ke sare rishtedaro.n ko bata bhi diya. hamra naam lane ke liye shukriya.

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  7. सुबीरभाई एक बार फिर बधाई स्वीकरें.
    अभिनव प्रयोग को पहचान तो मिलनी ही थी. प्रयास सार्थक रहा.
    मेरे नाम का जिक्र भी आ गया, इसके लिये धन्यवाद.
    बस एक शाकाहारी स्पष्टीकरण : प्रोफेसर तो मैं हूं ,पर हिन्दी का नहीं ( काश ऐसा होता).मैं सांख्यिकी एवम बाज़ार अनुसन्धान (Market Research ) का प्रोफेसर हूं.

    आप अन्य किसी अवसर पर फिर ऐसा ही ब्लौगिया सम्मेलन आयोजित करें, बात निकलेगी तो फिर दूर तलक

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