नोट : सूचना मिली है कि होली को देखते हुए सरकार ने अखंड भारतमंडल में सनम की गली में जाने पर लगा प्रतिबंध हटाने की घोषणा कर दी है । सो अब सब आराम से आये जाएं कोई राकेने वाला नहीं है ।
ई बेवार हमार बबुआ अभीन तलक सिरफ जन्मदिन ही मना रहा है । बाकी के सारे लोग शान से साल की दो दो तारीखें मनाते हैं । एक खुशी के साथ एक दुख के साथ । मगर ई अभी तक मैरिज एनिवरसरी जइसन चीज से बिल्कुल ही दूर है । काहे कि अभी खुशी का ही काम हो रहा है । गम वाली बात अभी है नहीं । हम पूछन रही कि बचुवा आपन बारे में कुछ बताओ । तो ठंडी सांस भर के बोला कि का बताएं हमारी तो किस्मत में ही कोनो गौतम राजरिशी टाइप का ग्रह बैठा है । जब भी हमारा मन कहीं जुड़ता है तो पता चलत है कि पार्टी तो पहले से ही बुक है । हमार किस्मत कि हमे कंचन जइसे बहिना मिली जो चटर पटर बात तो बहूत करती है लेकिन अजून तलक एक ठौ भी ढंग का काम नहीं करा हमारे लिये । कहिन लाग रहा कि हम तो बहूत ही शर्मिंदा हैं कि अभइन तलक हमारी एक्को भी कहानी नहीं बनी । हम जब भी मलोज कुमार की फिलिम किरान्ती का ऊ गाना सुनते हैं वो जवानी जवानी नहीं जिसकी कोई कहानी नहीं तो हमार दिल पर बरछी कटार सब कुछ थोक के भाव में चल जात रही । हमारी जवानी के कहानी तो दूर अभी तो लघुकथा भी नहीं बन पाई है । हमें लगा कि अर्श बबुआ के अंदर बहूत ही पीड़ा भरी है । सच भी है कब तक केवल जन्मदिन मनाए । तो हम आज ही ये विज्ञापन देने जा रहे हैं आप लोग भी देख ले ।
विज्ञापन :- आभश्यकता है एक पांचवी फैल होनहार लड़के के लिये चौथी फैल सुंदर युवती की । लड़का गांव से पांचवी की परीक्षा को पांच बार सफलता पूर्वक फैल करके शहर आ चुका है । तथा जब भी किसी बरात को निकलते देखता है तो उसके हाथ पैर में सलबलाहट होने लगती है । लड़का एक बड़ी मल्टी नेशनल कम्पनी के बड़े से मालिक की बड़ी सी गाड़ी को चलता है, नहीं नहीं चलाता नहीं है साफ करता है । लड़का शराब नहीं पीता( ड्रग्स लेता है ), लड़का सिगरेट नहीं पीता ( गांजे की चिलम पीता है ) लड़का पांच अंकों में कमाता है ( 100 रुपये 50 पैसे मासिक ), लड़का लिखा पढ़ा है ( अंग्रजी के ए से डी तक सुना देता है और हिंदी बोल लेता है पढ़ नहीं पाता ) लड़का लम्बा है ( चार फुट दस इंच) खिलते रंग का है ( खिलती अमावस के रंग का ) अपना बैंक बैलेंस है ( तीन रुपये पचहत्तर नये पैसे ) लड़के का पुलिस रिकार्ड बहुत अच्छा है ( पूरा रिकार्ड इसी के नाम से भरा है ) लडके के पास अपना खुद का चार पहिया वाहन है ( हाथ ठेला ) । शादी की बहुत जल्दी है इसलिये किसी भी प्रकार की लड़की चलेगी बस शर्त ये है कि साठ से अधिक उम्र नहीं होनी चाहिये । विशेष : लड़के की एक बहन है जो लखनऊ में रहती है कविता उविता करती है, जो भी लड़की लड़के से शादी करेगी उसे अपनी इस ननद की चटर पटर झेलनी होगी । शीघ्र संपर्क करें 04204204200
जन्मदिन की शुभकामनाएं प्रकाश अर्श को। ईश्वर तुमको हर खुशी हर सुख दे
नये नये पैदा हुए बच्चे के कुछ फोटो और ग़ज़ल
उतर गया है बुखार सारा पड़े वो जूते तेरी गली में
वो बन के मजनूं कमर हिलाते जो सब थे आये तेरी गली में !
जिसे मैं कहता था अपना साला, वही लिए था लो बरछी भाला
सभी ने मेरी ठुकाई करदी ,बड़े झमेले तेरी गली में !
ये फाग का है महीना आया की अब जुदाई न सह सकूँगा
जो तुम ना आये तो सोच लेना ये दम भी जाये तेरी गली में !
ये होली आयी,लो होली आयी ,लो हर तरफ है ख़ुशी का मौसम
कहीं पे झाझर, कहीं पे ढोलक, कहीं पे ठेके, तेरी गली में !
अबीर लाओ, गुलाल लाओ, मुझे ज़रा सी तो भंग पिलाओ
सुनो ओ साजन मैं आ रहा हूँ तुझी को रंगने तेरी गली में !
चला है जादू ये किसका ऐसा बुढ़उ जवां सब हैं लडखडाये
वो नन्हकू भैया बटोही चाचा सभी पड़े थे तेरी गली में !
नवेली भौजी बहुत लजाये मैं जब भी जाता हूँ रंग लगाने
वो मेरी कमजोरी जानती हैं वो भाग जाये तेरी गली में !
गली के गोबर में कीच नल की मगर नजाकत इधर भी देखो
मुझे बुलाया बहाना करके औ सर उड़ेले तेरी गली में !
बहन तुम्हारी बहुत नशीली ये दिल हमारा फिसल रहा है
जो तुम ना आये जो फाग में भी तो वो सुहाए तेरी गली में !
चले धकाधक, चले धकाधक, चले धकाधक, चले धकाधक
अबीर होली छुआरे किसमिस दो एक प्याले तेरी गली में !
कंवारे नैना , सुलगती साँसे , मचलती धड़कन , थिरकती खुश्बू
हिफाजतों से रखा है जिनको मुझे मिलेंगे तेरी गली में !
दैया रे दैया पैदा होते ही कंवारे नैना, सुलगती सांसें मचलती धड़कन और जाने क्या क्या । हम कुछ नहीं बोलेंगें बोलने के लिये इसकी तेज और महातर्रार बहने हैं ।
सुचना - गली वाले पुरुषोत्तम का लड़का रामलीला में शूर्पनखा का रोल करने वाले पात्र को छेड़ रहा है । उका हम ये बतान चाही कि शूर्पनखा का रोल करने वाला लड़का है लड़की नहीं है बाकी वो खुद समझदार है ।
सूचना - आप सबकी दुआएं फलीभूत हो गयी हैं । आपके इस मित्र को कुछ उपलब्धि मिली है । आज का हिन्दुस्तान समाचार पत्र देख लें आप जान जाएंगें कि क्या समाचार है । दिल्ली के आज के हिंदी के समाचार पत्रों में समाचार छपा होगा यदि आप मुझे स्कैन करके समाचार भेज पाएं या डाक से भेज पाएं तो आभारी रहूंगा ।
सूचना - काहे हमें का मुन्नी बाई मुजरे वाली समझ रखा है । नानी की एक और छिछोरी कहावत गेल में हगें और आंखें दिखाएं ।
अर्श भाई जन्म दिन मुबारक!
जवाब देंहटाएंये दिन बारम्बार आये
ये दिन बरस हजार आये
खुशियाँ बन उपवन महके
जीवन भर ये बहार आये
हा हा हा हा....
जवाब देंहटाएंअर्श का जन्म-दिन इससे बेहतरीन तो और कभी न मना होगा गुरुदेव। सारी तस्वीरें उफ़्फ़्फ़-हाय-तौबा वाली हैं। दरजनों प्रोपोजल आते ही होंगे अपने इस बैचलर-ब्वाय के पास...
लड़के को जनम-दिन की समस्त शुभकामनायें। अभी-अभी बहती हवाओं से ज्ञात हुआ है कि लड़का अपने गाँव की तरह रवाना हो रहा है होली मनाने और अपने अशआरों में व्यक्त उस गली की कहानी जीने।
...और गुरुदेव आपको एक बार फिर करोड़ों बधाई! सूचना अब आफिशियल कर दी है सुधा दीदी ने। ईश्वर करे हमारे गुरु का तेज यूं ही नित-नित फैलता रहे साहित्य के आकाश में।
"चले धकाधक..." और "कंवारे नैना..." जैसे लाजवाब अशआर कहने वाले इस नन्हे मुन्ने बच्चे को जनम दिन की ढेरों बधाईयाँ...अभी कुंवारे पन के दिनों का मजा लेने दो इसे गुरुवर बाद में में तो कोल्हू का बैल बनना ही है इसे...
जवाब देंहटाएंइस तरही क्या है...कमाल है, कमाल क्या बेमिसाल है....
और जो शुभ सूचना आप दे रहो हो उसकी ढेरों ढेर बधाईयाँ...हलवाई का प्रबंध करके रखिये दल बल सहित हम सब आ रहे हैं मिठाई खाने...ये तो अभी तो शुरुआत है गुरुदेव...आगे आगे देखिये होता है क्या...
नीरज
फिर से मुबारकबाद गुरुवर। दिल्ली से फोन आया अभी-अभी मेरे एक मित्र का...मुझे बधाई दे रहा था आपके नाम से। इस बार एक बड़ी पार्टी का धमाल मचेगा सर सीहोर में।
जवाब देंहटाएंगुरुदेव की जय हो!
अर्श जी, पहले जन्मदिन की शुभकामनायें ... " दिवस मुबारक, बरस मुबारक, जीवन सुन्दर-सरस मुबारक ! "
जवाब देंहटाएं---
सुबीर भैया... आपकी कल वाली खबर के लिए...
"चन्द्र किरण को कैसे पकडूँ
खुशबू को कैसे सुलझाऊँ
कितनी मुझको खुशी मिली कल
भैया मेरे! क्या बतलाऊँ :)"
यूँ ही माँ शारदा आप पर कृपा करती रहें और आपका लेखन जन-जन के मन में घर कर जाए...
बहुत आशीष और दुआएं...
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अब आज की पोस्ट: सुबीर भैया , काहे भिग्यापन दिए आप यूँ ही खामखाह टेम वेस्ट ... बच्चे की हज़ल सम्पूर्ण भिग्यापन है खुदही! मखता देख के तो हम सोच रहे हैं ईहाँ सिंगापुर में announcement करवा दें...
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अर्श जी, seriously... काबिले तारीफ़ ग़ज़ल... बहुत कशिश ...genuine सी
कुछ चुन के रखे हैं अलग :
तुझी को रंगने तेरी गली में...
वो नन्कूह भैया, बटोही चाचा...
नवेली भौजी... (वाह!! )
बहन तुम्हारी... (very bad !! :) अभी से ये हाल है :) :)
चले धकाधक... ये x4 लिखना आपका पेटेंट हो गया है... :) बहुत अच्छे!
कंवारे नैना... ( ये बहुत ही नाज़ुक ! )
सादर शार्दुला
पंकज भाई, आपके खिलाफ़ रिपोर्ट दर्ज कराने जा रहा हूँ। कानून के मुताबिक यह पूर्ण नग्नता की श्रेणी में आता है और यह अश्लील प्रदर्शन है एक नवजात शिशु का। हॉं पूर्ण नग्न होते हुए भी अगर पैर में एक चप्पल भी पहन लेता तो कानून से रक्षा हो जाती। पूर्ण नग्न ना माना जाता। अब आप तो फँस गये कानून के लंबे हाथों में (जो दुर्भाग्य से अपराधी तक कभी नहीं पहूँचते)। तरही की बाकी पोस्ट कौन लगायेगा। अभी नीरज भाई से बात करता हूँ, अगर ये तरही यूँ ही प्रगति करती रही तो सोचना पड़ेगा कि 'क्या तरही में भेजी हज़ल वापिस मँगा ली जाये?'। भाई आपके पास फोटो की दुकान है इसका मतलब ये थोड़े ही है कि नेगेटिव लेवल पर ही सारे फोटो गड्ड मड्ड कर दो।
जवाब देंहटाएंआज अर्श का जन्मदिन है और उसे आपने फर्श पर पटक दिया है। दोस्तों ने इस हालत में देख लिया तो भाई काली-डाक करेंगे। पार्टी का खर्चा बढ़ जायेगा।
arsh ji janamdin ki hardik badhayi.
जवाब देंहटाएंhan abki baar to ladki jaroor hi mil jayegi ...........kitna sundar vigyapan diya hai subeer ji ne ...........itni mehnat ki hai ki koi bhi ladki padhne ke baad khud korok nhi sakegi.............hahahahaha.............happy holi.
प्रकाश अर्श बाबू आपको जन्मदिन की ढेरो बधाई!!
जवाब देंहटाएंअब दिल्ली में मिलना तय है.
तरही में बहुत आनंद आ रहा है, गुरुजी के मेहनत के आगे हम नतमस्तक हैं. ग़ज़ल पढ़ कर फिर आता हूँ.
हरष न रस , फर्श बरसों तरसा , अरश ! परश दे सरस सु रस का ...
जवाब देंहटाएंधरा दरश कर सरस उठी अब , जो "अर्श " प्रगटे तेरी गली में
प्रकाश अर्श जी , धरती वालों पर एहसान करने के लिए आभार
जन्म-दिवस की बहुत बहुत मंगल कामनाएं शुभ कामनाएं... ... ...
चला है जादू ... प्यारा शेर है ...
बाकी भी गीदड़ नहीं शेर ही हैं, कोई डरावने कोई खौफनाक , कोई शर्मीले कोई शरारती
सुबीर जी को तो बधाइयां हैं ही हठीला जी को भी
होली के रस रंग सब को मिलते रहें ... सबको होली मुबारक राजेन्द्र स्वर्णकार
... और स्पष्ट कर दूं ----
जवाब देंहटाएंहरष (हर्ष) न रस ,
फर्श (धरातल) बरसों तरसा ,
अरश !(अर्श = आसमान)
परश (स्पर्श) दे
सरस सु रस का ...
धरा दरश (दर्शन) कर सरस उठी अब ,
जो "अर्श " प्रगटे तेरी गली में
होली मुबारक ... राजेन्द्र स्वर्णकार
सब से पहले अर्श को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई और ढेरों आशीर्वाद सदा सुखी रहे और जल्दी ही इसकी शादी हो जाये। तस्वीरें देख कर तो मज़ा आ गयी आज मैं बस अपनी पोस्ट ठेल कर चली गयी थी आते ही बस पहले यहीं आयी हूँ--- हाँ तो तस्वीरों की बात कर रही थी क्या तस्वीरें हैं हा हा हा हा मैं तो हंसते हंसते लोट पोट हो गयी हूँ । सही कहा गौतम ने ऐसा जन्म दिन इसने कभी नही मनाया होगा इसने क्या किसी ने भी नही। इसकी हर बात ही निराली होती है जैसे ये खुद है।
जवाब देंहटाएंक्या करें मैने तो इसे कई बार कहा है कि पंजाबी लडकी ढूँढ देती हूँ मगर मानता ही नही है अब इसके नखरे भी तो बहुत हैं---{उसे मत बताये सुबीर कि मैने ऐसे कहा है} अगर पंजाबी नही तो पहाडी देख सकती हूँ मगर मानता नही है शायद कंचन ही मना सकती है सो उसे गुजारिश है कुछ करे अब तो मेरे पोते पोती होते तो कम से कम ुनके साथ खेल कर दो देख लेती। अज एक ही दुया कि जल्दी से उसकी शादी हो बस।
इसकी गज़ल बहुत कुछ कह रही है आप चिन्ता न करें ये तो अच्छा शगुन है । अर्श को एक बार फिर से बधाई और आशीर्वाद । सब को होली मुबारक
सुबीर इस लडके के चक्कर मे तुम्हे बधाई देना तो भूल ही गयी। ग्यानपीठ पुरुस्कार पानी की बहुत बहुत बधाई । अब तो वो उपन्यास भी पढना ही होगा। हमेशा इसी तरह से और आगे जाओ। मिठाई तैयार रखना अगर आ सेकी तो आऊँगी
जवाब देंहटाएंये अर्श कहता है कि आपको नही ले कर जाऊँगा सिहोर मैं अपने दोस्तों के साथ मौज करूँगा कि आपको देखता फिरूँगा बुढों की जिम्मेदारी मै नही लेता। खैर अगर वो मान गया तो जरूर आऊँगी। वही वाली जलेबी जरूर खाऊँगी। बहुत बहुत बधाई।
मैने तो अर्श की ये फोटो आपको देखने के लिये भेजी थी आपने सब को दिखा दी अब वो नराज़ हुया बैठा है मुझ से__ अब तुम ही मनाओ---- बहुत बहुत आशीर्वाद्
सुबीर इस लडके के चक्कर मे तुम्हे बधाई देना तो भूल ही गयी। ग्यानपीठ पुरुस्कार पानी की बहुत बहुत बधाई । अब तो वो उपन्यास भी पढना ही होगा। हमेशा इसी तरह से और आगे जाओ। मिठाई तैयार रखना अगर आ सेकी तो आऊँगी
जवाब देंहटाएंये अर्श कहता है कि आपको नही ले कर जाऊँगा सिहोर मैं अपने दोस्तों के साथ मौज करूँगा कि आपको देखता फिरूँगा बुढों की जिम्मेदारी मै नही लेता। खैर अगर वो मान गया तो जरूर आऊँगी। वही वाली जलेबी जरूर खाऊँगी। बहुत बहुत बधाई।
मैने तो अर्श की ये फोटो आपको देखने के लिये भेजी थी आपने सब को दिखा दी अब वो नराज़ हुया बैठा है मुझ से__ अब तुम ही मनाओ---- बहुत बहुत आशीर्वाद्
गुरु देव सादर प्रणाम ,
जवाब देंहटाएंइस प्यार और स्नेह से अबिभूत हूँ .... आप सभी का प्यार ही है के मैं कायम हूँ...
और ये तस्वीरें ... आप गुरु भी हैं और बड़े भाई भी .... और कुछ नहीं कह पाउँगा... और हाँ ज्ञान पीठ के लिए दिल से बधाई करोडो..... मैंने आपको मेल कर दिया है ...
घर जा रहा हूँ इसलिए कुछ दिन के लिए ब्लॉग जगत से दूर रहूँगा ..
आप सभी का
अर्श
ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए बधाई. पार्टी पक्की. तिथि व स्थान की सूचना जल्द से जल्द भेजें.
जवाब देंहटाएंभाई मैं तो सुब्ह से चक्कर में हूँ कि ये विशेष क्या है जो छुपा हुआ है। अभी टिप्पणियों से ज्ञात हुआ कि आपको ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाज़ा गया है। बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएंमिठाई तो आज ही खा लेता हूँ आपकी तरफ़ से। छोटे भाई हो, इसलिये हिसाब नहीं रखूँगा।
वैसे आपने इतने ग़ज़ल अज्ञानियों की पीठ पर सवारी कर उन्हें ग़ज़ल कहना सिखाया है कि होली पर एक और पुरस्कार मिलना चाहिये।
ज्ञानपीठ नवलेखन सम्मान हेतु हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाएँ।।
--------
कुछ खाने-खिलाने की भी तो बात हो जाए।
किसे मिला है 'संवाद' समूह का 'हास्य-व्यंग्य सम्मान?
badhai, ki aapko gyaanpeeth puraskaar mila..ab yah upanyaa to parhanaa hi padega...
जवाब देंहटाएंbadhai ho sahab ji, party de to hamein bhi yad kar lein
जवाब देंहटाएं;)
सुबीर जी,
जवाब देंहटाएंआपको बहुत-बहुत बधाई, ज्ञानपीठ सम्मान के लिये। प्रतिभा को पहचान मिलनी ही चाहिये।
अर्श की को जन्मदिन की बधाइयाँ।
सादर
मानोशी
हा हा!! बर्थ डे बेबी ओरिजनल यूनीफार्म में गाना गाता कितना प्यारा लग रहा है. बहुत खूब!!
जवाब देंहटाएंजन्म दिन की बहुत बहुत बधाई.
मास्स्साब, ज्ञानपीठ सम्मान हेतु अनेक बधाईयाँ. आपके साथ हम सब सम्मानित हुए हैं. जय हो!!
सुबीरजी , ज्ञानपीठ नवलेखन सम्मान - पुरस्कार हेतु हार्दिक बधाइयां
जवाब देंहटाएंआपके गुणों को... आपकी प्रतिभा को सम्मान मिला , यह हर गुणीजन
के लिए सन्तुष्टि और सम्मान की बात है . प्रतिभा पुरस्कार की मोहताज़
नहीं होती , लेकिन समाज को अपना दायित्व निभाना ही चाहिए ताकि
भावी पीढ़ी से उसके प्रेरणा-पुंज न छीने जा सकें ...
असीम मंगल कामनाओं सहित राजेन्द्र स्वर्णकार
आनंद आ गया इस पोस्ट से और इसमें छुपे शानदार खुशखबरी से.
जवाब देंहटाएंज्ञानपीठ सम्मान के लिए ढेरों बधाई.
..इश्वर आपको लंबी उम्र दे.
जन्म दिन की बधाइयां...
जवाब देंहटाएंये होली का का ही रंग हैं सा कुछ भंग की बात हैं
जवाब देंहटाएंअब जो भी हो लगे रहो कलम के साथ ही सुहाग रात है......
सतीश कुमार चौहान भिलाई
http://satishmuktkath.blogspot.com/2010/01/blog-post_26.html
भांग-फ़ाग की मस्ती केवल हो होली पर नाकाफ़ी है
जवाब देंहटाएंइसीलिये दिल्ली वलों ने आज हवा में महुआ घोला
ठंडाई में मिला दिया स्काट्लेंड का रस अंगूरीलुटा रहे हैं सभी उमंगें, वह भी भर भर कर के झोला
गज़ल चकाचक, हज़ल धकाधक, खुले गली का उनकी फ़ाटक
जहां अर्श जी नहीं कहानी, उपन्यास को पढें सुनायें
एक बार ही खाकर जूते इतनी सुन्दर हज़ल लिखी है
यही कामना है जीवन भर बस ऐसे ही मौज उड़ायें
पंकज जी, आदाब
जवाब देंहटाएंसबसे पहले आपको पुरस्कार के लिये ढेर सारी शुभकामनाएं
प्रकाश अर्श जी, जन्मदिन की मुबारकबाद
साथ ही इस खूबसूरत रचना के लिये भी बधाई. सभी को होली की शुभकामनाएं..
मुबारक जानम दिन बहुत बहुत मुबारक प्रकाश अर्श जी को ........... आज तो हज़ल हे साथ साथ साक्षात दर्शन भी उपलब्ध हैं ... भई मज़ा आ गया .... इससे बेहतर जानम दिन और क्या हो सकता है गुरुदेव आपने तो पूरा ब्लॉग सज़ा दिया आज ... अर्श्मय है आज तो पूरा ब्लॉग ...... भगवान उनको दिन दूनी रात चोगनी तरक्की दे ........
जवाब देंहटाएंसुबीर जी को 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' के लिए बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंअर्श जी को जन्मदिन की अनेक शुभकामनाएं
भाई सुबीर जी , ज्ञानपीठ नवलेखन सम्मान - पुरस्कार के लिए बधाई.
जवाब देंहटाएंप्रकाश अर्श को जन्म दिन की बधाई.