कई सारे लोगों ने जानना चाहा है कि राकेश खण्डेलवाल जी की नई पुस्तक अंधेरी रात का सूरज प्राप्त करने के लिये क्या करना होगा । उसी की जानकारी प्रदान करने के लिये ये पोस्ट लगा रहा हूं । सबसे पहले तो मैं इस पुस्तक के बारे में जानकारी देना चाहता हूं कि ये पुस्तक श्री राकेश खण्डेलवाल जी के गीतों और मुक्तकों का संग्रह है । जिसे शिवना प्रकाशन सीहोर द्वारा प्रकाशित किया गया है । इसमें उनके 200 गीत तथा लगभग 150 मुक्तक हैं । पुस्तक की पृष्ठ संख्या 312 है जो कि हार्डवाइंडिंग में डबल कवर में है । कवर पृष्ठ का डिजाइन देश के मशहूर चित्रकार श्री विजेंद्र विज ने किया है जो कि मेट फिनिंशिंग में है । गहरे हरे रंग के साथ श्री विजेंद्र विज जी ने अद्भुत रंग संयोजन किया है तथा उनकी ही एक पेंटिंग ''द लोनली वायजर'' को उन्होंने आवरण पर लगाया है । पुस्तक की भूमिका देश के शीर्ष ग़ज़लकार, गीतकार श्री कुंवर बेचैन जी ने लिखी है । श्री बेचैन ने भूमिका को बहुत ही अनूठे ढंग से लिखा है । इसके अलावा श्री समीर लाल जी, श्रीमती मधु माहेश्वरी जी, श्री आनंद कृष्ण जी और पंकज सुबीर की भी टिप्पणियां हैं । स्वयं श्री राकेश खण्डेलवाल जी की भी अपनी बात है । पुस्तक के सर्वाधिकार लेखक के आधीन हैं । इस पुस्तक की कम्पोजिंग तथा डिजायनिंग श्री सनी गोस्वामी जी द्वारा की गई है । पुस्तक का प्रथम संस्करण 11 अक्टूबर 2008 को प्रकाशित होकर आया है ।
पुस्तक का मूल्य भारत में 350 रुपये तथा भारत के बाहर 25 $ है । इसके अलावा भारत में डाक व्यय ( पुस्तक कोरियर अथवा स्पीड पोस्ट से ही भेजी जायेगी) 50 रुपये है । पुस्तक प्राप्त करने के लिये कृपया 400 रुपये का राष्ट्रीकृत बैंक का डीडी अथवा एटपार चैक या मनीआर्डर पंकज सुबीर के नाम पर सीहोर में देय निम्न पते पर भेजें पंकज सुबीर, पी.सी.लैब, सम्राट कॉम्प्लैक्स बेसमण्ट, बस स्टैंड के सामने, सीहोर, मध्यप्रदेश, पिन 466001 दूरभाष 07562-405545 मोबाइल 09977855399, साथ मे अपना पूरा पता मोबाइल नम्बर आदि भी भेजें जिस पते पर कारियर किया जा सके ।
यदि आपके शहर में बैंक आफ बड़ोदा अथवा बैंक आफ इंडिया की शाखा है तो आप subeerin@gmail.com अथवा subeer@subeer.com पर एक मेल कर दें ताकि जवाब में आपको एकाउंट नम्बर भेजा जा सके जिसमें आप सीधे ही पैसा जमा करवा सकते हैं । अपने शहर में इन बैंकों की शाखा की जानकारी के लिये आप यहां http://www.bankofbaroda.com/branchlocator.asp तथा यहां http://www.bankofindia.com/branchnetwork_new.aspx पता कर सकते हैं ।
आपका भुगतान प्राप्त होते ही यहां से आपके पते पर पुस्तक भेज दी जायेगी ।
नकद नारायण भेजना हो तो क्या करें प्रभु?
जवाब देंहटाएंनीरज
पंकज जी पुस्तक को प्राप्त करने के लिये मैं शीघ्र ही आपको डीडी भेज रहा हूं मेरी एक प्रति सुरक्षित करें
जवाब देंहटाएं1. ड्राफ्ट बनाना और फिर कुरियर या रजिष्टर्ड डाक से भेजना बडा ही कठीन एवम खर्चिला काम है. 2. आपके सुझाए बैंक की शाखा सभी स्थानो पर नही है 3. डाक खर्च के लिए रु 50 अधिक की मांग़ करना ठीक नही है, इसे खर्च को छुट समझ कर प्रकाशक को स्वयम वहन करना चाहिए 4. कोई मनीअर्डर से पैसे भेजना चाहे तो वह स्वीकार्य होना चाहिए....... इन सुझाओ पर ध्यान दिजिएगा
जवाब देंहटाएंउमेश जी आपने पोस्ट पूरी नहीं पढ़ी उसमें लिखा है कि मनीआर्डर से भी भेजे जा सकते हैं ।
जवाब देंहटाएंदूसरी बात डाक खर्च की तो डाक के स्थान पर कोरियर से भेजा जायेगा और कोरियर या स्पीड पोस्ट वाले वज़न के हिसाब से पैसा लेते हैं और राकेश जी की पुस्तक का स्पीड पोस्ट 80 से 90 रुपये के बीच ही होगा ।
जवाब देंहटाएंआपने सही कहा
जवाब देंहटाएंमैं पुस्तकें भेजता रहता हूं
कईं स्थानों का तो कूरियर वाले १०० या १५० भी मांग लेते हैं तब भी गारण्टी नहीं
इस विषय में स्पीड पोस्ट पर यक़ीन किया जा सकता है
ऐसा मेरा निजि अनुभव है जो हर बार सही या गलत साबित होता है
नीरज जी को डाक से भेजी पुस्तक नहीं मिली कूरियर वाली मिल गई
राजीव रंजन को कूरियर वाली नहीं मिली
ऐसी स्थिति में मंगाने वाला और भेजने वाला दोनों ही परेशान रहते हैं
खैर
'thanks for the information, branches of both the banks are in gurgaon, it will be better if account no can be provided to avoid any further delay'
जवाब देंहटाएंregards
गुरु जी प्रणाम
जवाब देंहटाएंतरही मुशायरे के इंतज़ार में
आपका वीनस केसरी
aapko diwali ki dhero shubkamanayen...
जवाब देंहटाएंregards
arsh