तरही मुशायरा समाप्त होने के बाद ऐसा लग रहा है कि जैसे घर में चल रहा कोई मांगलिक कार्य संपन्न हो गया हो । और उसके बाद की शांति छा गई हो । बचपन में ऐसा ही एहसास होता था जब गणपति की प्रतिमा का विसर्जन करके घर लौटते थे । इस बार तरही को इतना लम्बा चलना भी एक कारण रहा है कि उससे जुड़ाव हो गया था । जल्द ही एक विशेष पोस्ट में तरही की विस्तृत समीक्षा की जायेगी । और सभी पहलुओं पर विचार किया जायेगा । आज की ये पोस्ट लगाने का एक खास कारण ये है कि आज सुधा दीदी का जन्मदिन है । पिछले साल बरसात की तरही में ही पहली बार सुधा दीदी से संपर्क हुआ था जब तरही का मिसरा रात भर आवाज़ देता है कोई उस पार से को पढ़कर उन्होंने फोन किया था । उसके बाद अब जब एक साल बीत गया है तो ऐसा लगता ही नहीं है कि उनसे पिछले वर्ष ही संपर्क हुआ है । मूल रूप से वे कहानीकार हैं तथा कहानी के क्षेत्र में एक जाना पहचाना नाम हैं । उनकी कहानियों में मानवीय संवेदनाओं की झलक देखते ही बनती है । आज यानि 7 सितम्बर को उनका जन्मदिन है सो आज उनको हम सब की ओर से जन्मदिन की शुभकामनाएं ।
जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं
चलो बधाई शधाई तो हो गईं अब पार्टी शार्टी की बात कर ली जाये कि कहां पर है आयोजन और सबसे बड़ी बात ये कि मीनू क्या है । अपन तो पहले ही बता देते हैं कि अपन तो प्योर वेज वाले हैं सो पार्टी में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये । दूसरा ये कि अपन चटपटे आइटमों के विशेष शौकीन हैं । अत: किसी चाट वाले को विशेष रूप से बुलाया जाये । मीठा तो खैर खाते ही हैं और उसमें भी हलवे शलवे टाइप की चीजों के शौकीन हैं । एक और विशेष बात ये है कि हम चूंकि छोटे हैं इसलिये रिटर्न गिफ्ट प्राप्त करने का भी अधिकार बनता है उसकी व्यवस्था पहले से कर के रखी जाए । हमारी तरफ से ये गीत गिफ्ट में दिया जा रहा है ।
भभ्भड़ कवि भौंचक्के लोगों की प्रतिक्रियाएं देख कर अभिभूत हैं तथा कोशिश कर रहे हैं कि वे जल्द ही अपनी ग़ज़ल ( ग़ज़ल..... ? ) के साथ उपस्थित हो सकें । दिक्कत ये हो गई है कि भभ्भड़ कवि को कुछ अलग करने की आदत हो चुकी है और वे समझ नहीं पा रहे हैं कि इस बार क्या अलग करें । वैसे नीरज जी ने सही सलाह दी है कि आरती के साथ समापन होना चाहिये, तो भभ्भड़ कवि हो सकता है ग़ज़लनुमा आरती के साथ ही आएं । या हो सकता है और कुछ हो । भभ्भड़ कवि को धमाके करने का बहुत शौक है ( ये अलग बात है कि उनके बम फुस्सी निकल जाते हैं )। दूसरा ये कि भभ्भड़ कवि का नाम अब श्री श्री 103 भभ्भड़ कवि भौंचक्के हो चुका है । ये उपाधि ( 108 नहीं 103 ) उन्होंने स्वयं को खुद ही प्रदान कर ली है । क्यों की है ये बात आप उनकी प्रस्तुति से जान जाएंगें ।
अंत में एक बार फिर से श्री श्री 103 भभ्भड़ कवि भौंचक्के की ओर से भी सुधा दीदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं । सब कुछ ठीक रहा तो अगले अंक में भभ्भड़ कवि ईद का धमाका कर सकते हैं ( इन्शा अल्लाह ) । और जितना सुधा दीदी को जाना है इस एक साल में, उनके जन्मदिन पर इससे अच्छा कोई गाना नहीं हो सकता है जो ऐसा लगता है कि उनके लिये ही बना है । ये गीत भभ्भड़ कवि की ओर से दीदी के लिये ।
आदरणीय सुधा जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाये.
जवाब देंहटाएं" मधुबन खुशबु देता है, सागर सावन देता है, जीना उसका जीना है जो ओरों को जीवन देता है.."
लगता है जेसे जीवन के सारे मायने ही सिमट आयें हैं इन पंक्तियों मे ......
regards
सुधा जी जो जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंआदरणीया सुधा दीदी, आप को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंआज इस मंच का कोना कोना शुभकामनाओं से सुरभित है, और ये सुन्दर गीत तो बहुत दिनों बाद सुन रहा हूँ.
श्री श्री १०३ भभ्भड़ कवि ने अपनी झलक दिखा कर मन तृप्त कर दिया.
sसुधा जी को जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें।दोनो गीत बहुत सुन्दर हैं। सुबीर भाई हो तो बहने हज़ारों मे एक क्यों नहीं होंगी क्यों कि ऐसे भाई तो किस्मत वालों को ही मिलते हैं। दोनो को बहुत बहुत बधाई। इसी तरह हंसते मुस्कुराते रहें और सब को मुस्कुराने की वजह देते रहें। ये महफिल यूँ ही चलती रहे नहीं तो लगता है अब कुछ काम नही रहा करने के लिये। बधाई आशीर्वाद।
जवाब देंहटाएंयथा नाम तथा गुण वाले इंसान अपवाद होते हैं , सुधा जी उन अपवादों में से एक हैं...न अपने लेखन में बल्कि बातचीत व्यवहार में भी वो सुधा लुटाती चलती हैं...ऐसे इंसान विलक्षण होते हैं...उन्हें जनम दिन की ढेरों शुभ कामनाएं ...इश्वर उन्हें बरसों बरस खुश और स्वस्थ रखे...आमीन...
जवाब देंहटाएंश्री श्री १०३ भभ्भड़ कवि भौचक्के जी के आगमन की खबर से पूरे गुरुकुल में उत्सव का सा माहौल बन गया है...लगता है कवि वर अपने दुश्मनों और समस्याओं को धूल चटा कर आ रहे हैं...जय हो श्री श्री १०३ भभ्भड़ कवि भौचक्के जी महाराज जी आपकी सदा ही जय हो....
नीरज
आदरणीय सुधा दीदी को जन्म दिन की असंख्य शुभकामनाएं|
जवाब देंहटाएंlakh - lakh badhaaee sudha jee noo.
जवाब देंहटाएंlakh - lakh badhaaee Sudha jee noo.
जवाब देंहटाएंआदरणीय सुधा जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाये ... बहुत सुन्दर गीत हैं ...
जवाब देंहटाएंश्री श्री १०३ भभ्भड़ कवि भौचक्के जी का इंतेज़ार है .... मुझे तो लग रहा है की ईद आज ही है .... बस अब और इंतेज़ार नही हो रहा ...
प्राण शर्मा जी की टिप्पणी
जवाब देंहटाएंlakh - lakh badhaaee Sudha jee noo.
क्या आप हिंदी ब्लॉग संकलक हमारीवाणी के सदस्य हैं?
जवाब देंहटाएंहमारीवाणी पर ब्लॉग पंजीकृत करने की विधि
bahut bahut badhaai sudha ji ko....
जवाब देंहटाएंyahan bhi dekhen -
http://albela-khatri.blogspot.com/
http://albela-khatri.blogspot.com/2010/09/blog-post_07.html
जवाब देंहटाएंसुधा जी को जन्म दिन की बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंसादर
समीर लाल
Sudha ji ko Janmdin ki dhero sari shubhkaamnayen....bhagwaan unhe aur aau de..
जवाब देंहटाएंbhabhad kavi ji ka intzaar hai...
शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंसौ. सुधा जी को ईश्वर दीर्घायु करें और हर खुशी बक्शे - आपका चुना हुआ सुमधुर , गीत मधुबन में असंख्य फूल और उनके रस याने " सुधा " या अमृत की आनंद - वर्षा कर रहा है हम भी इस वर्षगाँठ समारोह में सम्मिलित हैं ......
जवाब देंहटाएंबधाई व स्नेह ,
- आपकी लावण्यादी
सुधादी, आपको जन्मदिवस की हार्दिक बधाई... और ये मुस्कान :)
जवाब देंहटाएंByGod! "श्री श्री १०३ भकभौं" आपने कहीं एक सौ तीन काफिये तो नहीं निकाल डाले :)!!! इंतज़ार रहेगा :)
सादर सस्नेह शार्दुला
आदरणीय सुधा जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंसुधा दी को खूब-खूब सारी शुभकामनायें...! ईश्वर की कृपा उनकी लेखनी पे हमेशा बनी रहे...!
जवाब देंहटाएंईद की प्रतिक्षा असह्य हो गयी अब तो इन श्रीमान भभ्भड़ जी की तरही की खातिर...
आदरणीय शुधा दी को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं जन्म दिन विशेष पर .... ये नाम श्री श्री १०८ से १०३ के पीछे भी लगता है कोई राज़ की बात है भभ्भड़ जी के लिए ... माज़रा क्या है ?इंतज़ार कर रहा हूँ .... :) :)
जवाब देंहटाएंअर्श
गुरु जी प्रणाम,
जवाब देंहटाएंआदरणीय सुधा जी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई,
बेसब्री से इन्तज़ार है १० तारीख का,,, श्री श्री १०३ का विशेष अर्थ है ये तो मैं समझ गया था आपसे जब फ़ोन पर बात हुई तो पुष्टि भी हो गई :)
अब तो हर पल यही लग रहा है कि
इन्तेहां हो गई इन्तज़ार की....
अन्त में एक बार फ़िर से आदरणीय सुधा जी को बहुत बहुत बधाई
ओह, अब समझा... उनके ब्लाग पर आज कुछ नहीं.. अभी जो पैदा हुई :) सुधाजी को अनेकानेक बधाइयां॥
जवाब देंहटाएंजन्मदिन वाले दिन सुबह उठते ही चाय की चुस्की के साथ ब्लाग खोला तो देखती ही रह गई. भाई, इतना स्नेह बरसाया. जन्मदिन पर बहुत रुलाया. आंसू ख़ुशी के थे. मैं हैरान इस बात पर हूँ कि आप को गीतों का कैसे पता चल गया कि मेरे भैया यही गीत गाते थे और मैं और भैया मिल कर दूसरा गीत गाते थे. दो दिन बहुत भावुक रही, आप सब की बहुत आभारी हूँ आप ने इतना स्नेह दिया. एक वर्ष पहले सोचती थी कि मैं अकेली रह गई हूँ, एक शून्य सा आ गया था जीवन में, लेकिन अब लगता है मेरा तो भरा पूरा परिवार है.
जवाब देंहटाएंसंबंधों में आप ने मुझे अमीर कर दिया. सब का बहुत -बहुत धन्यवाद. मेरी तरफ से सब को ढेर सारा स्नेह.
सुधा ओम ढींगरा