मंगलवार, 6 अक्तूबर 2009

आज मिष्‍टी बिटिया का जन्‍मदिन है शुभकामनाएं, गौतम ने पोस्‍ट लगाकर चिंतित लोगों को राहत दी, तरही मुशायरे के लिये ग़ज़लें भेजने में जल्‍दी करें दीवाली पास है ।

मिष्‍टी की बातें हैं ऐसी, शहद घुली हो मिश्री जैसी
मुस्‍काहट जैसे चंदा हो, और हंसी जैसे झरने सी
पापा जी की प्‍यारी मिष्‍टी, मां की राजदुलारी मिष्‍टी
अव्‍वल सबसे शैतानी में, आग लगा दे वो पानी में
सुख मिलता है जीवन भर का, उसकी तोतल सी बानी में
परियों की है रानी मिष्‍टी, गीता और गुरबानी मिष्‍टी
दादाजी की आंख का तारा, न्‍यौछावर उसपे जग सारा
जीवन के इस घटाटोप में, उसके दम से है उजियारा
चंचल चंचल तितली मिष्‍टी, धूप सुबह की उजली मिष्‍टी

तो आज पूरे ब्‍लाग जगत की लाड़ली बिटिया मिष्‍टी का जन्‍म दिन है । दादू श्री नीरज गोस्‍वामी जी इस अवसर को सेलिब्रेट करने के लिये वहां जयपुर पहुंच चुके हैं । दादू को तो जाना ही था दरअसल में तो मिष्‍टी के कारण ही उनका ब्‍लाग इतना हिट हो रहा है । लोग मिष्‍टी से मिलने आते हैं तो इस बहाने इनकी ग़ज़लें भी पढ़ लेते हैं । तो सबसे पहले तो ये गीत अपनी प्‍यारी मिष्‍टी के लिये इस कामना के साथ कि ईश्‍वर इस नन्‍हीं सी गुडिया को सारी खुशियां दे ।

floral_arrangement DSC04888 (Small) flower

प्‍यारी बिटिया मिष्‍टी जन्‍मदिन की शुभकामनाएं

ये गीत पूरे ब्‍लाग जगत की तरफ से

गौतम का स्‍वास्‍थ्‍य अब धीरे धीरे ठीक हो रहा है । उसने एक पोस्‍ट अपने ब्‍लाग पर लगाकर इस बात के संकेत दिये हैं कि अब उसका स्‍वास्‍थ्‍य बेहतर है । ईश्‍वर उसको शीघ्र स्‍वस्‍थ करे  । और अभी ये पंक्तियां लिखते हुए ही तरही के लिये गौतम की बेहतरीन ग़ज़ल प्राप्‍त हो गई है, बेहतरीन और कई सारे शेरों के साथ बाकी के लोग भी काम कर रहे होंगे ऐसा माना जा सकता है,  अगर नहीं भी कर रहे होंगे तो गौतम से सबक ले लेंगें । आशा है कि हम इसी दीवाली पर ये मुशायरा कर पायेंगें । कंचन की तेरह वर्षीय भतीजी ने एक बहुत ही सुंदर ग़ज़ल ( अपनी बुआ से भी कहीं बेहतर) लिख कर भेजी है । कुछ लोग मैसेज भेज रहे हैं कि वे लिख रहे हैं । अपनी पसंद की एक बेहतरीन ग़ज़ल लगा रहा हूं ताकि आपको लिखने की प्रेरणा मिले । लता जी और जगजीत जी के एल्‍बम सजदा से ये ग़ज़ल ली है । नहीं सुन पायें तो यहां http://www.divshare.com/download/8761478-46a या यहां http://www.archive.org/details/HarTarafHarJagahBeshumarAadmi ये डाउनलोड कर लें ।

मिसरा फिर लिख लें

दीप जलते रहें, झिलमिलाते रहें या  दीप जलते रहे झिलमिलाते रहे

( बड़ी ख़बर ये है कि आदरणीय प्राण शर्मा जी की आशीर्वाद स्‍वरूप ग़ज़ल तरही के लिये मिल चुकी है )

( जिने लोगों को आदरणीय प्राण जी का मेल मिला है वे उनके द्वारा दिये गये कार्य को शीघ्र करें )

शायद काफी इंतेजार के बाद मेरी कहानी प्रेम क्‍या होता है  नया ज्ञानोदय के प्रेम‍ विशेषांक के चौथे अंक में आ गई है । शायद इसलिये कि अभी मेरे पास अंक नहीं आया है । आधारशिला में प्रकाशित कहानी महुआ घटवारिन  जिसे आप यहां पढु सकते हैं पर आदरणीय श्री भारत भारद्वाज जी ने हंस में एक आलेख दिया है अभी मैंने वो भी नहीं पढ़ा है यदि आपको अक्‍टूबर की हंस मिल गई हो तो बतायें कि क्‍या लिखा है । अक्‍टूबर की नया ज्ञानोदय में ही कहानी पढ़कर बतायें कि कैसी लगी ।

मूसलाधार बारिश दो दिनों से हो रही है । इतनी कि कल तो दिन भर बाजार ही बंद रहे क्‍योंकि बरसात सुबह से ही हो रही थी जो दिन भर एक ही गति से चलती रही ।

और अंत में जन्‍मदिन के एक सप्‍ताह पूर्व शार्दूला दीदी द्वारा सिंगापुर से भेजा हुआ एक अद्भुत ग्रीटिंग मिला । उसे देखकर जाना कि मन से शुभकामनाएं भेजना क्‍या होता है । आप भी देखें ।

greeting

40 टिप्‍पणियां:

  1. मिष्टी को जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई, एक ट्रक टॉफी, एक उड़नतश्तरी भर के केक....खूब सारा आशीष...और अब, समीर अंकल को थोड़ी सी तो मिठाई खिलाओ....


    खूब खूब आशीर्वाद!!! नीरज दादा जी, बिल रिफन्ड को तैयार रहना..मिष्टी के दूसरे दादाजी खर्च किये जा रहे हैं खूशी मनाने में. :)

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  2. गौतम जी को शीघ्र स्वास्थयलाभ की कामनाएँ.

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  3. मिष्टी को जन्मदिन मुबारक।

    ग्रीटिंग कार्ड बहुत अच्छा लगा।

    गौतम जी को बहुत दिनों बाद पढ़कर अच्छा लगा, उनके स्वास्थ्य के लिये शुभकामनाएँ।

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  4. मिष्टी बिटिया को जन्मदिन मुबारक और मेजर गौतम जी को जल्द स्वस्थ होने की शुभकामनाए<.

    रामराम.

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  5. नन्ही परी जैसी बिटिया मिष्टी को जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई. आदरणीय गौतम जी को शीघ्र स्वास्थयलाभ की शुभकामनाये.
    regards

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  6. गुरुदेव मिष्टी को उसके जनम दिन की इस से सर्वश्रेष्ट भेंट हो ही नहीं सकती....हम सब आपके आभारी हैं...इश्वर से प्रार्थना करते हैं की आपका और सारे ब्लॉग जगत का आर्शीवाद सदा उस के साथ यूँ ही रहे.
    आप सब को मिष्टी का सादर प्रणाम.

    नीरज

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  7. मिष्ठी बिटिया को जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई।मेजर साब ज़्ल्द ठीक हो जाये,ईश्वर से यही प्रार्थना है।

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  8. mishti ko janmdin ki badhaai. gautam ki post padhkar bahut rahat mili.
    gb

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  9. मिष्ठी बिटिया को और उसके सारे परिवार को बहुत बहुत बधाई। मिष्ठी की ये मुस्कान सदा बनी रहे इसके लिये ढेरों आशीर्वाद। गौतम जी अब ठीक हैं जानकार बहुत प्रसन्नता हुय़ और उनके साहस की दाद देती हूँ कि विप्रीत परिस्थितिओं मे भी उन्हों ने अपनी जिन्दादिली को बरकरार रखा है उन्हें भी बहुत बहुत आशीर्वाद । आपकी पोस्त बहुत अच्छी लगी कहानियाँ तो शायद ना पढ पायें दोमो पत्रिकायें मेरे पास नहीं आती। धन्यवाद्

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  10. >> प्रिय मिष्टी को नीरज जी के ब्लॉग पे देखा है, बहुत ही प्यारी, गुडिया सी है एकदम! ये शुभकामना उसके लिए:
    "नाचो, गाओ धूम मचाओ; लोगों के दिल में बस जाओ; दादा-दादी से आशीषें; मम्मा से तुम पप्पी पाओ :) "
    >> आपने उसके लिए जो गीत लिखा है बहुत ही सुन्दर है, और मिष्टी बिटिया की तरह मीठा भी !
    >> कुछ दिन हुए गौतम जी का ई-मेल आया था, पढ़ के इतनी खुशी हुई कह नहीं सकती! उनका ब्लॉग भी देखा. आशा है वे पूर्णत स्वस्थ्य होंगे शीघ्र, और हरदम जीवन के हर front पे विजयी होंगे.
    >> आधारशिला पे आपकी कहानी "महुआ घटवारिन" पढ़ी. बहुत सुन्दर, सहज और संवेदनशील कहानी! पढ़ एक मज़ा आ गया. आपको मुबारकबाद सुबीर जी!
    >> दूसरी कहानी की softcopy भेजें जब भी संभव हो.
    >>कार्ड इतनी जल्दी पहुँच गया :) ?

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  11. mishti bitiya ko janamdin ki hardik shubhkamnayein...........aur major saheb jald swasthya labh karein yahi kamna hai.

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  12. अहा...मिष्टी को खूब-खूब सारा प्यार और जन्म-दिवस की ढ़ेर सारी टौफियां...! और उसके दुलारे दादाजी को बड़ा-सा धन्यवाद हमसब से सृष्टि की एक अनमोल कृति से परिचय करवाने के लिये। गीत तो खूब सुंदर बना है गुरूदेव !

    ...शार्दुला जी का कार्ड तो उफ़्फ़्फ़्फ़! उनका स्नेह और उनका लगाव, क्या कहें!

    मेरी आधारशिला की प्रति अभी तक नहीं पहुंची। पता नहीं भट्ट जी क्यों नाराज हैं? ग्यानोदय वालों का तो पूछिये मत...वैसे कहानी की रिपोर्ट मिल चुकी है।

    इस बहर पे और इसी रदीफ़ काफ़िये के साथ एक और गीत याद आ रहा है गुरूदेव। वो महेन्द्र कपूर का गाया हुआ..मेरे ख्याल से "गीत" फिल्म का है-"जिसके सपने हमें रोज आते रहे, दिल लुभाते रहे...ये बता दो कहीं तुम वही तो नहीं"

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  13. मिष्टी को जन्म दिन की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं...

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  14. प्यारी मिष्टी को जन्म दिन की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं...

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  15. मिष्टी को ढेर सारा प्यार,
    बहुत ही सुन्दर रचना लिखी है आपने मिष्टी के लिए, गौतम जी जल्द ही स्वस्थ हो रहे हैं सुनकर और देखकर (पोस्ट, और तहरी के लिए ग़ज़ल) अच्छा लगा.
    ग्रीटिंग बेहतरीन है, आदरणीय शार्दूला जी द्वारा की गई मेहनत , आर्शीवाद और प्यार ने इसे बहुत ही सुन्दर बना दिया है.

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  16. JANM DIN KE SHUBH AVSAR PAR MISHTEE
    KO DHER SAARAA PYAR AUR USKE JEEWAN
    MEIN AAYE AESEE BAHAAR ,PHOOLON-
    PATTIYON PAR HEE KYA,KAANTON PAR
    BHEE HO NIKHAR.
    HARSH KEE BAAT HAI KI GAUTAM
    RAJRISHI JEE AB SWASTH HAIN.MEREE
    SHUBKAMNAYEN UNKO.

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  17. मिष्टी बिटिया के जन्म-दिवस पर पूरे परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं और मिष्टी को ढेर सारा प्यार और बधाई. मेजर गौतम को शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की कामनाएं. यह देख कर बहुत अच्छा लगा की अब उनका स्वास्थ्य सुधर रहा है.
    सुबीर जी, ग्रीटिंग कार्ड का तो जवाब ही नहीं- देख कर आनंद आ गया. मिष्टी बिटिया के लिए जो गीत लिखा है, उसमें सारा प्यार उंडेल दिया है - बहुत सुन्दर है.
    लता जी और जगजीत सिंह की गाई ग़ज़ल सुन कर आपकी पसंद को दाद देता हूँ. विडियो पर गाना अच्छा लगा - 'नाज़ों की पली मेरी लाडली'. मीना कुमारी देख कर पुराने टाइम-ज़ोन में पहुंचा दिया आपने.
    मिष्टी को जन्मदिन पर एक बार फिर बधाई.

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  18. मिष्टी को जन्म दिन की बधाई और गौतम को शीघ्र स्वास्थ्यलाभ के लिये शुभकामनाएँ!

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  19. हम सब की प्यारी मिष्टी बिटिया को
    इतने सुन्दर गीत रूपी आशिष दे कर,
    आपने हमारे दिल की बात
    कह दी पंकज भाई --
    जीती रहो ,
    खूब मजे करो
    और साल भर ,
    जश्न मनाओ मिष्टी बेटे ...
    ग़ज़ल, मीना आपा की अदाकारी
    और गौतम भाई के स्वस्थ होने की खुशखबरी
    के साथ
    ,शार्दूला जी का स्नेह
    व आपकी रचनाओं की सौगात ,
    क्या खूब है :)

    आभार ..........
    स स्नेह आशिष ,
    बड़ी बहन -
    - लावण्या के

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  20. ब्लॉग पे मिष्टी बिटिया को देख रहा हूँ.. पता नहीं मगर अजीब सी बात तो है ही , सच में बचपना क्या इतना इन्नोसेंट होता है आपना बचपन तो पता नहीं कब मेट्रो सिटी में खो के रह गया बहरहाल मिष्टी बिटिया को उसके जन्म दिन पर मेरे तरह से ढेरो आर्शीवाद और प्यार , ब्लॉग की लाडली को बहुत बहुत आर्शीवाद अल्लाह मियाँ उसे खूब खुश रखे और उसके जीवन में हमेशा ही खुशियाँ बरसती रहें...गुरु जी आपने जो गीत लिखी है मिष्टी के लिए पढ़ ही रहा हूँ सुबह से , एक और बिटिया है तनया उसे भी बहुत प्यार आता है ... उसे भी बहुत बहुत प्यार और आर्शीवाद...
    गुरु जी ग़ज़ल पे तैयारी चल रही है... गुरु देव प्राण शर्मा जी के आदेश का भी पालन करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा हूँ , पता नहीं मुकम्मल हो पाउँगा के नहीं ... सादर चरणस्पर्श
    अर्श

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  21. मिष्टी को जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई।

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  22. pyari Mishti ko janamdin ki bahut bahut badhaayeeyan aur dher sara ashirwaad.
    [hamari mithayee aur cake sambhal kar rakhna Mishti..]

    -Gautam ji ko jald se jald swasthy labh ke liye shubhkamanyen.

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  23. मिष्टी को जनमदिन की मुबारकबाद। गौतम के जल्दी ठीक होने की मंगलकामनायें।

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  24. गुरुदेव,
    आपको जन्म दिन की अग्रिम बधाई...
    पर सबसे पहले मिष्टी बिटिया को ढेर सारा प्यार और आर्शीवाद...
    मिष्टी,
    फूलों सी महको
    बुलबुल सी चहको
    चंदा सी चमको
    पायल सी खनको
    हंसो खिलखिलाओ
    सदा मुस्कराओ
    दीवाली पे हंसी
    फुलझड़ी सी बन
    दीप सी जगमगाओ
    ख़ुशी से भरी हो
    लम्बी उम्र और
    हर साल इस तरह
    सब संग जन्मदिन मनाओ !

    तुम्हारा
    प्रकाश चाचा

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  25. गुरु जी प्रणाम
    सबसे पहले मिष्टी को ढेर सारा प्यार, जन्म दिन की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं...
    कार्ड देख कर मज़ा आ गया

    आपका वीनस केसरी

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  26. मिष्ठी को बहुत -बहुत प्यार..जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएँ...

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  27. अरे वाह गुरुदेव, आपको कार्ड तो बहुत ज़बरदस्त मिला है.. हमारी ओर से भी आपको जन्मदिन की अग्रिम शुभकामनाएं.
    बिटिया मिष्टी को भी जन्मदिन की अनेक शुभकामनाएं.

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  28. गुरूवर,

    सादर वन्दे,

    प्यारी मिष्टी बिटिया अपने नाम के अनुरूप ही सदैव प्यारी-प्यारी मिठास बनी रहें। श्री नीरज दादू को बधाईयाँ।

    गौतम जी के हौंसले और बहादुरी को नमन, पोस्ट अभी पढ़ना है।

    आपका ग्रीटिंग कार्ड अपनी विशेषताओं के लिये याद रहेगा, बहुत ही क्रियेटिव्ह एकदम अनूठा।

    सादर,


    मुकेश कुमार तिवारी

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  29. मिष्टी को कल से ही खूब सारा आशीर्वाद दे रही हूँ..मगर सनद नही मिल पा रही...! सर्वर डाउन था। बिटिया मेरा मूलांक ६ शेयर करती है इसलिये और प्रिय हो गई...!

    और गौतम भाई की बड़ाई और मेरे लिये कहना कि भतीजी ने मुझ से कहीं बेहतरीन लिखा है...! मेरे ही बंधृ बांधवो को मेरे खिलाफ खड़ा करने के पश्चात हे! उद्धव मैं बाण किस पर चलाऊँ..सोच रही हूँ कि तरही रूपी महाभारत से पलायन ही कर जाऊँ..! इन सबको परास्त कर के मिली विजय का मै क्या करूँगी कृष्ण (मतलब गुरू जी) हा हा

    शार्दूला दी प्रेम से लबालब महिला हैं...! और प्रेम स्वयंभूत कलाकार होता है..! बहुत सुंदर..!

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  30. ऊपर आपकी उक्ति पढ़ी। आपने जताया है कि हंस में क्या छपा है आपको नहीं मालूम। मैंने हंस का नया अंक आज ही पढ़ा है। पहले तो उसमें तीसरी क़सम ... के बारे में बताया गया है। उसके बाद...
    “ … रेणु की इस महत्वपूर्ण कहानी के उल्लेख के पीछे एक सार्थक प्रसंग है। महुआ घटवार‍रिन का संदर्भ छोटा है, लेकिन इस कहानी के पाठक को हिलाने वाला। एक अद्भुत प्रतिरोध और प्रेम की कथा। बिल्कुल जयशंकर प्रसमद की कहानी ‘आकाशदीप’ की तरह। यह छोटी लोककथा, जब से मैंने यह कहानी पढ़ी, मेरे मन में उमड़-घुमड़ रही थी। पिछले दिनों दिवाकर भट्ट द्वारा संपादित ‘आधार शिला’ का जुलाई 2009 अंक उलटते-पुलटते मेरी नज़र युवा कहानीकार पंकज सुबीर की कहानी ‘महुआ घटवारिन’ पर पड़ी मैं चौंक गया। मैं कहानियां ज़्यादा नहीं पढ़ता क्‍योंकि इसमे समय ज़्यादा लगता है और अच्छी कहानियां प्राय: कम मिलती हैं क्योंकि युवा कहानीकार भी कवियों की प्रतिस्पर्द्धा में इधर थोक के भाव में कहानियां लिखते हैं। लेकिन मैं अच्छी कहानियां ज़रूर पढ़ता हूं। चूंकि ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ वाले पंकज की कई कहानियां उनके इस संग्रह में पहले ही पढ़ सुका था, इस कहानी को पढ़ने का लोभ मैं संवरण नहीं कर सका। और सच कहूं, कहानी पढ़कर मुझे बिल्कुल निराशा नहीं हुई। इसलिए भी कि पंकज सुबीर ने इस कहानी को वहीं से उठाया है, जहां रेणु ने छोड़ा था। लेकिन पंकज के कहानी कौशल का यह कमाल है कि पाठकों में रेणु द्वारा इस लोकप्रिय लोककथा के प्रति जैसी उत्सुकता छोड़ दी गई थी उसे उन्होंने आज के समकालीन परिवेश, परिस्थिति और बेबसी के द्वंद्व के बीच से उठाते हुए परिणति तक पहुंचा दिया है। भाषिक संवेदना के धरातल पर।
    पंकज सुबीर की कहानी ‘महुआ घटवारिन’ का आरंभ होता है, - “सर, रेणुजीने महुआ घटवारिन की पूरी कहानी नहीं लिखी, उसका अंत क्या हुआ पता नहीं चलता” – कुसुम ने प्रो. आनंद कांत शर्मा की ओर देखते हुए पूछा।
    “पूरी तो है, मेरे विचार में तो कहानी पूरी है, हां, ज़्यादा विस्तृत इसलिए नहीं लिखा है, क्योंकि मूलाकथा तो हिरामन और उसकी तीन क़समों की है, महुआ घटवारिन की कहानी तो लोककथा के रूप में उसमें प्रवेश करती है।”
    “नहीं, सर, मेरे विचार में महुआ घटवारिन की कहानी में और कुछ हुआ होगा, इतनी छोटी-सी-कहानी भला लोककथा कैसे बन सकती है?” और कुसुम सच थी। महुआ घटवारिन की कथा को पूरा किया प्रो. शर्मा ने। मुझे यह देखकर हैरानी के साथ प्रसन्नता हुई है कि पंकज सुबीर ने महुआ घटवारिन की पुनर्ररचना करते हुए उस रहस्य से पूरा पर्दा उठा दिया है। ” --- भारत भरद्वाज.
    बधाई स्वीकार करें, इतनी अच्छी रिव्यू के लिए।

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  31. वाह बहुत सारी सूचनाएं बातें एक साथ जय हो
    मिष्टी को प्यार
    गौतम को फोन लगा रहा हूं आधे घंटे से तो नहीं मिल रहा
    आपकी पोस्ट शार्दूला जी के कार्ड से चौगुनी हो गई
    उन्हें भी बधाई आपको भी
    मिस्रा लिख लिया है कुछ कह पाऊंगा या नहीं खुदा जाने
    पहले सफर में था अभी कुछ उलझनों में हूं
    राहत दीख तो रही है पर पकड़ में नहीं आ रही कम्बख्त
    बहरहाल हैप्पी करवाचौथ

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  32. नमस्कार गुरुदेव .........
    मिष्टी को जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई................. ग्रीटिंग कार्ड बहुत जानदार है .............अच्छा लगा गौतम जी के बारे में जान कर ....... इस बार काम की व्यस्तता के कारण मुशायरे में नहीं भाग ले सकूंगा ....... इस बात का अफ़सोस रहेगा .....

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  33. आपके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं!

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  34. आपने तो अपने पूरे ब्लॉग को रोशन कर दीपावली-मय बना दिया...दीपक हर जगह जल रहे हैं...वाह...सारा अँधेरा दुम दबा के भागता नज़र आ रहा है...
    नीरज

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  35. guru ji pranaam

    aapko janmdin ki hardin shubhkaamnaye.....


    ishvar se prarthna hai ki aapka har din holi ke ullaas jaisa beete aur har raat deepavalee kee jagmag sa aapke bhvishy ko ujval kare

    venus kesari

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  36. Ho din mubarak tumhein tumhara
    hai din mubarak Janam tumhara.

    Cashme-bad door!!!

    Devi nangrani

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