मित्रों, संरक्षक एवं सलाहकार संपादक, सुधा ओम ढींगरा, प्रबंध संपादक नीरज गोस्वामी, संपादक पंकज सुबीर, कार्यकारी संपादक, शहरयार, सह संपादक शैलेन्द्र शरण, पारुल सिंह, आकाश माथुर के संपादन में शोध, समीक्षा तथा आलोचना की अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका शिवना साहित्यिकी का वर्ष : 7, अंक : 26, त्रैमासिक : जुलाई-सितम्बर 2022 अंक अब उपलब्ध है। इस अंक में शामिल हैं- आवरण चित्र / राहुल पुरविया, संपादकीय / शहरयार, व्यंग्य चित्र / काजल कुमार, पुस्तक समीक्षा- मत्स्यगंधा- दीपक गिरकर / गीता श्री, मालूशाही मेरा छलिया बुरांश- वंदना बाजपेयी / प्रज्ञा, विमर्श- जिन्हें जुर्म-ए-इश्क़ पे नाज़ था- दीपक गिरकर / सुधा ओम ढींगरा, चौपड़े की चुड़ैलें- अदिति भदौरिया / पंकज सुबीर, नक़्क़ाशीदार केबिनेट- मधूलिका श्रीवास्तव / सुधा ओम ढींगरा, अम्बपाली - एक उत्तरगाथा- अभिषेक मुखर्जी / गीताश्री, ख़ैरियत है हुज़ूर- डॉ. (सुश्री) शरद सिंह / उर्मिला शिरीष, कुछ इधर ज़िन्दगी, कुछ उधर ज़िंदगी- डॉ. जसविन्दर कौर बिन्द्रा / गीताश्री, भाप के घर में शीशे की लड़की- रमेश शर्मा / बाबुषा कोहली, शह और मात- डॉ. जसविन्दर कौर बिन्द्रा / मंजूश्री, तीन गुमशुदा लोग, बुल्लेशाह- प्रमोद त्रिवेदी / प्रताप सहगल, काला सोना- प्रगति गुप्ता / रेनू यादव, ओ,जीवन के शाश्वत साथी- डॉ.नीलोत्पल रमेश / डॉ. मयंक मुरारी, गांधी जी की लाठी में कोपलें- कैलाश मंडलेकर / डॉ. जवाहर चौधरी, कवि के मन से- राजेश सक्सेना / प्रमोद त्रिवेदी, समकाल के नेपथ्य में- भालचंद्र जोशी / डॉ. शोभा जैन, हरे कक्ष में दिन भर- रमेश खत्री / प्रबोध कुमार गोविल, भेड़ और भेड़िए- डॉ. प्रदीप उपाध्याय / धर्मपाल महेंद्र जैन, तलाश ख़त्म हुई- 'योगी' योगेन्द्र व्यास / प्रमोद देवगिरिकर, धापू पनाला- राहुल देव / कैलाश मंडलेकर, सूखे पत्तों पर चलते हुए- भालचंद्र जोशी / शैलेन्द्र शरण, डीजे पे मोर नाचा- राहुल देव / कमलेश पाण्डेय, खिड़कियों से झाँकती आँखें- शीला मिश्रा / सुधा ओम ढींगरा, रपट- शिवना प्रकाशन पुस्तक विमोचन समारोह- आकाश माथुर] इन दिनों जो मैंने पढ़ा- काला सोना / रेनू यादव, हमेशा देर कर देता हूँ मैं / पंकज सुबीर, उमेदा- एक योद्धा नर्तकी/ आकाश माथुर, सुधा ओम ढींगरा, केंद्र में पुस्तक- दृश्य से अदृश्य का सफ़र, अंजू शर्मा, डॉ. रेनू यादव, अदिति सिंह भदौरिया, सुधा ओम ढींगरा, हमेशा देर कर देता हूँ मैं, प्रकाश कान्त, दीपक गिरकर, अशोक अंजुम, पंकज सुबीर, शोध आलेख- डॉ. राकेश प्रेम का रचना संसार और विविध विमर्श, शोध : डॉ. दीप्ति, डिज़ायनिंग सनी गोस्वामी, सुनील पेरवाल, शिवम गोस्वामी। आपकी प्रतिक्रियाओं का संपादक मंडल को इंतज़ार रहेगा। पत्रिका का प्रिंट संस्करण भी समय पर आपके हाथों में होगा।
ऑन लाइन पढ़ें-
https://www.slideshare.net/shivnaprakashan/shivna-sahityiki-july-september-2022pdf
https://issuu.com/shivnaprakashan/docs/shivna_sahityiki_july_september_2022
http://www.vibhom.com/shivna/jul_sep_2022.pdf
साफ़्ट कॉपी पीडीऍफ यहाँ से डाउनलोड करें
http://www.vibhom.com/shivnasahityiki.html
फेसबुक पर-
https://www.facebook.com/shivnasahityiki/
ब्लॉग-
http://shivnaprakashan.blogspot.com/
बुधवार, 20 जुलाई 2022
शोध, समीक्षा तथा आलोचना की अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका शिवना साहित्यिकी का वर्ष : 7, अंक : 26, त्रैमासिक : जुलाई-सितम्बर 2022 अंक
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें