tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post998624293104215397..comments2024-03-27T10:03:10.997+05:30Comments on सुबीर संवाद सेवा: समीर जी ये आपके लिये :- हमें आवाज़ देकर के चले हो तुम कहां साहिब, चलो हम साथ चलते हैं चले हो तुम जहां साहिब, यहां तनहाई सूनापन अकेलापन बहुत होगा, करेगा कौन मेहफिल को हमारी अब जवां साहिबपंकज सुबीरhttp://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-71195595704362136682008-09-10T23:53:00.000+05:302008-09-10T23:53:00.000+05:30गुरु जी प्रणाम अभी अभी समीर जी के ब्लॉग से लौटा हू...गुरु जी प्रणाम <BR/>अभी अभी समीर जी के ब्लॉग से लौटा हूँ <BR/>बड़ी मस्त कर देने वाली पोस्ट पढने को मिली<BR/><BR/>समीर जी तो लौट आए है <BR/><BR/>आपसे ये पूछना था की क्लास कब से शुरू कर रहे है <BR/><BR/>आपका वीनस केसरीवीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-2669731055875323652008-09-10T22:25:00.000+05:302008-09-10T22:25:00.000+05:30बादल तो घिरते रहते हैं फिर घिर कर के छँट जाते हैंऊ...बादल तो घिरते रहते हैं फिर घिर कर के छँट जाते हैं<BR/>ऊब भरे लम्हे व्याकुल तो करते हैं पर कट जाते हैं<BR/>आप कहां पर भ्रमित हो गये ? बात छुपी थी बस बातों में<BR/>जंग चढ़ा जो है उतार लें फिर वापिस हम झट आते हैंराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-46207606372133329122008-09-10T09:24:00.000+05:302008-09-10T09:24:00.000+05:30वाकई ! अपनापन के धनी है समीर !वाकई ! अपनापन के धनी है समीर !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-15825976930151285252008-09-10T08:33:00.000+05:302008-09-10T08:33:00.000+05:30अरे देखिये तो समीर भाई का दिल भी पसीज ही गया है ;...अरे देखिये तो समीर भाई का दिल भी पसीज ही गया है ;-) <BR/>~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~<BR/>हिन्दी ब्लोग जगत के तमाम साथियोँ से मेरा नम्र अनुरोध इतना ही है कि समीर भाई की भलमनसाहत और सदाशय को अन्यथा ना लेँ <BR/>- अगर वे आग्रह करते हैँ कि <BR/>" आप भी टीप्पणी कीजिये " <BR/>तो वह सच्चे मन से कही बात है - दूसरा कोई लाभ उन्हेँ कैसे हुआ ? जिँदादील और खुशमिजाज <BR/>सरल मना समीर भाई <BR/>हितैषी हैँ !<BR/> हिन्दी भाषाके और <BR/>इस हिन्दी जगत के !<BR/>ये बात १०० फीसदी सच्ची है <BR/>ये मेरा कहना है - <BR/>पँकज भाई,<BR/> आपने बहुत प्यारी पोस्ट लिखी !<BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-67729366677716881862008-09-09T23:30:00.000+05:302008-09-09T23:30:00.000+05:30गुरु जी प्रणाम अब आपकी इस पोस्ट के बारे में क्या ट...गुरु जी प्रणाम <BR/>अब आपकी इस पोस्ट के बारे में क्या टिपियायें कुछ समझ नही आ रहा <BR/>अभी अभी समीर जी के ब्लॉग से लौटा हूँ ८० से ज्यादा टिप्पडी हुई मगर समीर जी की कोई प्रतिक्रिया ही नही है <BR/><BR/>आपका वीनस केसरीवीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-41806848619127393282008-09-09T19:06:00.000+05:302008-09-09T19:06:00.000+05:30पंकज जी गुहार हमने भी लगाई थी लेकिन उन्होंने मुस्क...पंकज जी गुहार हमने भी लगाई थी लेकिन उन्होंने मुस्कुराकर कहा की हे बालक सब्र करो हमें टस से मस होने में वक्त लगता है....इसलिए हमें उम्मीद है की जल्द ही वे लौट आयेंगे...क्यूँ की.... ब्लॉग्गिंग एक लत है...आदत है...व्यसन है....अमल है...कहते हैं "अमल दास की अमल तलब को अमली ही पहचाने रे...अमल बिना क्यूँ अमली तडपे ये सूफी क्या जाने रे...." <BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-77286617625116038322008-09-09T18:51:00.000+05:302008-09-09T18:51:00.000+05:30सही फरमाया आपने, पर मुझे लगता है इतना प्यार छोड़क...सही फरमाया आपने, पर मुझे लगता है इतना प्यार छोड़कर किसी का जाना आसान नहीं है। समीर जी को लौटना ही पड़ेगा।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-82212187817267382442008-09-09T17:57:00.000+05:302008-09-09T17:57:00.000+05:30सही कहा है आपने। समीर जी का जाना मतलब टिप्पणियों ...सही कहा है आपने। समीर जी का जाना मतलब टिप्पणियों का कम होना ।<BR/><BR/>उम्मीद करते है कि समीर जी जल्द ही अपनी उड़न तश्तरी लेकर वापिस ब्लॉगिंग परिवार मे वापस आ जाए ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-62447288564571287242008-09-09T15:55:00.000+05:302008-09-09T15:55:00.000+05:30सही फार्म रहे है सब लोग . सभी ब्लोगिये उड़न तश्तरी ...सही फार्म रहे है सब लोग . सभी ब्लोगिये उड़न तश्तरी को मिस कर रहे हैं वी मिस यु समीर भाईvineetahttps://www.blogger.com/profile/10454738518371482174noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-85045140594356421292008-09-09T12:49:00.000+05:302008-09-09T12:49:00.000+05:30bilkul sahi kaha...bilkul sahi kaha...pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-12443236820872198482008-09-09T12:39:00.000+05:302008-09-09T12:39:00.000+05:30सही कहा! आज से ही सभी पोस्टों में टिप्पणियों की कम...सही कहा! आज से ही सभी पोस्टों में टिप्पणियों की कमी अखरने लगी है।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-48262710306899020142008-09-09T12:34:00.000+05:302008-09-09T12:34:00.000+05:30उड़न तश्तरी के उड़ने का हुआ है क्या असर देखोचरागें ल...उड़न तश्तरी के उड़ने का हुआ है क्या असर देखो<BR/>चरागें लेके ढूँढे हर गली औ हर शहर देखो<BR/>गजल की रूह व्याकुल है रदीफ़ो काफ़िया हैरां<BR/>गुरू मायूस बैठे हैं हुई है नम नजर देखोRAVI KANThttps://www.blogger.com/profile/07664160978044742865noreply@blogger.com