tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post8748464286782981236..comments2024-03-27T10:03:10.997+05:30Comments on सुबीर संवाद सेवा: एक ख़ुश्बू टहलती रही रात भर, ज़ुल्फ खुलकर मचलती रही रात भरपंकज सुबीरhttp://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-39366174995398768132007-10-11T14:54:00.000+05:302007-10-11T14:54:00.000+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-41430855168456866252007-10-11T06:40:00.000+05:302007-10-11T06:40:00.000+05:30ग़ज़लों की खुशबू से जग महकाते उस्ताद जी,जन्मदिवस क...ग़ज़लों की खुशबू से जग महकाते उस्ताद जी,<BR/>जन्मदिवस की आपको बहुत मुबारकबाद जी,<BR/><BR/>अभी अभी यू ट्यूब पर देखे हमने वीडियो,<BR/>अद्भुत सुंदर वाह वाह स्वीकारिए दाद जी,अभिनवhttps://www.blogger.com/profile/09575494150015396975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-73115465850139372602007-10-10T23:13:00.000+05:302007-10-10T23:13:00.000+05:30हमारे प्रिय माड़साब को जन्म दिन की बहुत सारी बधाईय...हमारे प्रिय माड़साब को जन्म दिन की बहुत सारी बधाईयाँ.<BR/><BR/>कोई और होता तो हम भी कविता सौगात में देते मगर आपका क्या-लगे छड़ी चलाने तो डर के मारे सिर्फ गद्य में बधाई भर दे रहे हैं, इस में बहर और काफिये का कोई लफड़ा नहीं है.<BR/><BR/>अनेकों शुभकामनायें. आप यूँ ही ज्ञान बांटते रहें, यही कामना है. यू ट्यूब पर भी आपको सुन कर आनन्द आ गया.<BR/><BR/>केक खिलाईये.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-31649857084103657592007-10-10T22:44:00.000+05:302007-10-10T22:44:00.000+05:30ज्ञान के यूँ खज़ाने लुटाते रहेंसीखने सब यहाँ रोज आत...ज्ञान के यूँ खज़ाने लुटाते रहें<BR/>सीखने सब यहाँ रोज आते रहें<BR/>ये जनमदिन मुबारक रहे साल भर<BR/>हर सुबह हम यही गुनगुनाते रहें<BR/>आप गज़लों की डोरी संभाले रहें<BR/>और हम गीत आकर सुनाते रहें<BR/>आपके पंथ में रोज दीपावली<BR/>के हज़ारों दिये जगमगाते रहें<BR/><BR/>शुभकामनायेंराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-67175927292772037712007-10-10T20:58:00.000+05:302007-10-10T20:58:00.000+05:30दूसरी पंक्ति को इस प्रकार पढें,आज जन्मदिन की सौगात...दूसरी पंक्ति को इस प्रकार पढें,<BR/><BR/>आज जन्मदिन की सौगात लाये ।Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-48686808104954973712007-10-10T20:57:00.000+05:302007-10-10T20:57:00.000+05:30हम भी किलास में आये थे इसीलिये उपस्थित कह कर जा रह...हम भी किलास में आये थे इसीलिये उपस्थित कह कर जा रहे हैं, होमवर्क करके अगली बार फ़िर हाजिरी लगायेंगे ।<BR/><BR/>हमारे प्यारे मास्साब को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें, एक कविता लिखी थी कक्षा १२ में जन्मदिन पर वो आपको समर्पित है ।<BR/><BR/>कल तसस्वुर में तुम याद आये,<BR/>आज जन्मदिन की सौगात लाते,<BR/><BR/>सोचा क्या दूँ तुमको मैं उपहार,<BR/>लिख कर लाया हूँ शब्द दो-चार,<BR/><BR/>शब्द भावनाओं के मोती हैं कोमल,<BR/>सरिता के समान स्वच्छ निर्मल <BR/><BR/>उत्साह और उमंग की नाव में सवार,<BR/>दोनों हाथों से थाम जीवन की पतवार,<BR/>करो तुम जीवन की मुश्किल सब पार,<BR/>जन्मदिन की शुभकामनायें बार-बार ।<BR/><BR/>अब छडी न घुमा दीजियेगा, बता रहे हैं कक्षा १२ में लिखी थी :-)<BR/><BR/>साभार,Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.com