tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post7086113780976577639..comments2024-03-29T19:13:12.821+05:30Comments on सुबीर संवाद सेवा: दीपावली आ गई है और काम पर लगने का समय आ गया है, तो आइये दीपावली के अवसर पर आयोजित होने वाले तरही मुशायरे के मिसरे की बात करें।पंकज सुबीरhttp://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-24990445384450865602017-10-05T23:45:33.262+05:302017-10-05T23:45:33.262+05:30वाह, मै भी इस तरही मिसरे पर कोशिश करता हूंवाह, मै भी इस तरही मिसरे पर कोशिश करता हूंDr.Sudhir Tyagihttps://www.blogger.com/profile/06853848790492889294noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-49128538797852856372017-10-04T23:42:04.245+05:302017-10-04T23:42:04.245+05:30Diwali ke liye roshni mil gayi.Diwali ke liye roshni mil gayi.Roli Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/07841147409129580434noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-12283986620270154702017-09-26T18:14:08.804+05:302017-09-26T18:14:08.804+05:30ये ब्लॉग एक अंधेरे में एक रोशनी की किरण की तरह है ...ये ब्लॉग एक अंधेरे में एक रोशनी की किरण की तरह है सबके लिए जो सबके ज़हन में उमंग भर देता है और कुछ करने के लिए उत्साहित करता है ।Ashwini Rameshhttps://www.blogger.com/profile/16656626915061597542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-56587491010813738142017-09-25T20:53:50.273+05:302017-09-25T20:53:50.273+05:30ॐ
नमस्ते अनुज श्री पंकज भाई
आशा है आप सपरिवार , ...ॐ <br />नमस्ते अनुज श्री पंकज भाई <br />आशा है आप सपरिवार , स्वस्थ व प्रसन्न हैं। <br /><br />आहा ! दीपावली का त्यौहार, भी अब आ ही गया समझो ! <br />नव - दुर्गों के उत्सव से ही से मानों शुभ संकेत देते हुए <br />जीवन - मंच के नेपथ्य से, हमें आगाह करता हुआ दीपावली का वार्षिक महोत्सव शुभ चरण धर कर आता प्रतीत होता है। <br /> <br /><br />आप के ब्लॉग के एक दशक पूर्ण करने पर आपको शुभकामनाएं एवं ब्लॉग पर सार्थक प्रयास प्रस्तुत करने के हेतु आपको ढेर सारी बधाई ! <br />इस दौरान आपकी रचनात्मक प्रक्रिया भी कई विभिन्न दिशाओं में अग्रसर होतीं रहीं हैं और प्रत्येक क्षेत्र में <br />आपको अपार सफलता मिली है इस बात की बहुत खुशी है। मेरी सद्भावनाएँ सदैव आपके उत्कर्ष में आपके साथ रहीं हैं। <br />आगे भी सफलता, सुख ~ स्वास्थ्य लाभ व सम्पन्नता बनी रहे ये शुभकामनाएं प्रेषित हैं। <br /><br />आप जब जब भी आपके ब्लॉग पर तरही मुशायरे का आयोजन करते हैं, तब तब कुछ पल के लिए, <br />व्यस्त जीवन क्रम में एक विशेष अवकाश निकाल कर, अपने मन में बसे इस आत्माराम रूपी दिए को <br />प्रज्वलित करने का लाभ एवं अवसर यह सँवेदन भरा मन, रोक नहीं पाता !<br /><br /> अत: प्रस्तुत हैं , कुछ काव्य ~ पंक्तियाँ, जो स्वांत सुखाय की गयी रचना, <br />जो स्वत: उभरी हैं आप तक भेज रही हूँ ।<br />मित्र समुदाय स्नेही परिवार की भाँति सब स्वजन हैं उनके <br />संग उत्सव ~ त्यौहार मनाना मेरे लिए सुखरूप है। <br /> मेरी सद्भावना स्वरूप ये काव्य पंक्तियाँ ,<br /> माँ महालक्ष्मी व हमारे भारतीय परंपरा के प्रतीकों सम देवी देवताओं के श्री चरणों में मेरी अंजुरी भर, फूल ~ पंखुरी भेज रही हूँ।लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-31877236019174847432017-09-25T18:50:35.207+05:302017-09-25T18:50:35.207+05:30वाह !
बधाईयाँ ! सीजन शुरू होता है अब...वाह ! <br />बधाईयाँ ! सीजन शुरू होता है अब...Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-22847424331156691792017-09-25T16:09:17.534+05:302017-09-25T16:09:17.534+05:30vah ! vah ! agrim badhaivah ! vah ! agrim badhaiद्विजेन्द्र ‘द्विज’https://www.blogger.com/profile/16379129109381376790noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-41468265279234346042017-09-25T13:24:03.533+05:302017-09-25T13:24:03.533+05:30एक दशक ! यानी एक युग ! .. इस काल-खण्ड में क्या कुछ...एक दशक ! यानी एक युग ! .. इस काल-खण्ड में क्या कुछ नहीं बदल गया ! यदि कुछ नहीं बदला है तो समवेत आगे बढ़ने का उत्साह ! ऐसी निरंतरता फिर तो परिदृश्य में बदलाव की साक्षी तो होगी ही. <br />हार्दिक बधाइयाँ एवं अशेष शुभकामनाएँ <br /><br />-सौरभ <br /> <br />Saurabhhttps://www.blogger.com/profile/01860891071653618058noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-73672351962920815932017-09-25T12:55:07.710+05:302017-09-25T12:55:07.710+05:30त्यौहार का मौसम तो अब अंगडाई लेगा ...
दिवाली का त...त्यौहार का मौसम तो अब अंगडाई लेगा ... <br />दिवाली का त्यौहार हो वैसे भी दीपों का त्यौहार है अँधेरे में रौशनी का त्यौहार है ... इस बार भी रौशनी के नए मंज़र खिलेंगे ...<br />१० साल पूरे होने पर सभी को बधाई ... यूँ ही फलता फूलता रहे ये सफ़र ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-11943002713474154252017-09-25T12:39:06.265+05:302017-09-25T12:39:06.265+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (26...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (26-09-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> रजाई ओढ़कर सोता, मगर ए सी चलाता है; चर्चामंच 2739 </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br /><br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-74917378134750992552017-09-25T12:19:12.293+05:302017-09-25T12:19:12.293+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Basudeo Agarwal 'Naman'https://www.blogger.com/profile/03571089588773850067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-60379726016256967532017-09-25T12:18:22.666+05:302017-09-25T12:18:22.666+05:30अब प्रतीक्षा की घड़ियाँ हुई खत्म है।
देखिए सब हँसे,...अब प्रतीक्षा की घड़ियाँ हुई खत्म है।<br />देखिए सब हँसे, रोशनी खिल उठी।<br /><br />वाहहह<br /><br />Basudeo Agarwal 'Naman'https://www.blogger.com/profile/03571089588773850067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-52723230105526578722017-09-25T11:31:33.786+05:302017-09-25T11:31:33.786+05:30करते हैं...वैसे करने लायक न पहले थे न अब हैं.. फिर...करते हैं...वैसे करने लायक न पहले थे न अब हैं.. फिर भी कोशिश करेंगे...नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-91671766238452191932017-09-25T11:12:06.638+05:302017-09-25T11:12:06.638+05:30वाह , वाह। वाह , वाह। girish pankajhttps://www.blogger.com/profile/16180473746296374936noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-41614221001322650182017-09-25T10:42:25.797+05:302017-09-25T10:42:25.797+05:30वाह। आनंद आ गया।वाह। आनंद आ गया।तिलक राज कपूरhttps://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-55175276089974364822017-09-25T10:16:51.630+05:302017-09-25T10:16:51.630+05:30ब्लॉग के दस वर्ष पूरे होने के लिए हार्दिक बधाईब्लॉग के दस वर्ष पूरे होने के लिए हार्दिक बधाईनकुल गौतमhttps://www.blogger.com/profile/08033870691414582297noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-79199478279186774322017-09-25T10:14:09.039+05:302017-09-25T10:14:09.039+05:30प्रणाम sir
बहुत लम्बा इंतज़ार करवाया आपने। मुझे तो ...प्रणाम sir<br />बहुत लम्बा इंतज़ार करवाया आपने। मुझे तो लगा कि व्यस्तताओं के चलते इस बार तरही कैंसिल हो गयी।<br /><br />अब लगा की फेस्टिव सीजन शुरुअ हुआ<br /><br />हमारा दमाग भी कुछ कसरत करे।<br /><br />सादर<br />नकुलनकुल गौतमhttps://www.blogger.com/profile/08033870691414582297noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-28396101492586159092017-09-25T10:10:35.701+05:302017-09-25T10:10:35.701+05:30गुरुजी,
सत्य के सापेक्ष होने की बात ने आज सत्य को...गुरुजी,<br /><br />सत्य के सापेक्ष होने की बात ने आज सत्य को ही <br />पुनर्परिभाषित कर दिया..... वाह<br /><br />देखिये अपनी कोशिश तो करते है इस महापर्व पर एक दीप जलाने की वैसे साहबजादे अंशुल जरूर तैयार हो गए होंगे अब तक...मुकेश कुमार तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04868053728201470542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-62820353880940114642017-09-25T10:04:17.411+05:302017-09-25T10:04:17.411+05:30वाह अब लगा कि दिवाली आ रही है। होली दिवाली या ईद स...वाह अब लगा कि दिवाली आ रही है। होली दिवाली या ईद सबकी गहमागहमी,मिठाई,रंग,रोशनी की लड़ियो में मिसरे ग़ज़लें गुंथे होते हैं। इस ब्लॉग से जुड़े लोगों के त्योहार कुछ ओर होते हैं। जिसे यंहा जुड़े लोग ही समझ सकते हैं।<br />सापेक्ष सच,,,बहुत कम शब्दों में बड़ी बात कही आपने। "जो दूर हो गए वे भी हमारे अपने ही हैं। सच।Parul Singhhttps://www.blogger.com/profile/07199096531596565129noreply@blogger.com