tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post707911358028009070..comments2024-03-27T10:03:10.997+05:30Comments on सुबीर संवाद सेवा: बहुत दिनों से रुका हुआ था ये तरही मशायरा । ऐसा लग रहा है जैसे कि इसी के कारण बाकी का सब भी रुका है तो चलिये आज आयोजित करते हैं इसे ।पंकज सुबीरhttp://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-83769049839405691042010-03-13T15:04:26.938+05:302010-03-13T15:04:26.938+05:30nice post<a href="http://www.rockingsoft.info" rel="nofollow">nice post</a>aakashhttps://www.blogger.com/profile/06212965367785780883noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-76780562086136170292008-12-21T10:00:00.000+05:302008-12-21T10:00:00.000+05:30नमस्कार गुरु जी,देरी के लिए क्षमा, आजकल बहुत व्यस्...नमस्कार गुरु जी,<BR/>देरी के लिए क्षमा, आजकल बहुत व्यस्त चल रहा हूँ, पोस्ट देखि तो रहा नही गया.<BR/>इस तरही मुशायेरा का इंतज़ार तो काफी दिनों दे था मगर सोचा की आप भी व्यस्त रहे होंगे तभी नही हो प् रहा होगा. <BR/><BR/>पहले अभिनव जी को बधाई......<BR/>कैप्टेन संजय जी ने बहुत अच्छी ग़ज़ल लिखी है एक बात और गुरु जी, ये शतक पहले भी कही मरते रहे होंगे आज तो बस मैदान बदला है.<BR/>अभिनव जी ने लाजवाब शेर लिखे हैं एक से बड़कर एक.<BR/>कंचन जी ने सच को बेहद खूबसूरती से अपने जादू भरे लफ्जों में पिरो दिया है.<BR/>वाह-वाहAnkithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-88975433565346039752008-12-19T09:55:00.000+05:302008-12-19T09:55:00.000+05:30वाह जी..अच्छा लगा कि शुरु हो गया तरही मुशायरा ..मा...वाह जी..अच्छा लगा कि शुरु हो गया तरही मुशायरा ..मास्साब आ गये.<BR/><BR/>अभिनव को पुनः बधाई.<BR/><BR/>सभी गज़लें एक से एक उम्दा!!मजा आ गया. अपना नम्बर आने का इन्तजार करते लाईन में खड़ा हूँ. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-43429322053593595642008-12-19T02:18:00.000+05:302008-12-19T02:18:00.000+05:30ऐसे मशायरे का मेरा तो यह पहला ही अनुभव है । अच लगा...ऐसे मशायरे का मेरा तो यह पहला ही अनुभव है । अच लगा । केप्टन चतुर्वेदी की पंक्तियां -<BR/>खुश्बू होने की चाहत में<BR/>रोज हवा में घुलती जनता<BR/><BR/>और अभिनव शुक्ला की पेक्तियां -<BR/>दुनिया का खूं पीते साहब<BR/>साहब की मसहरी जनता<BR/><BR/>और अन्त में कंचन की पंक्तियां -<BR/>लेकिन देखो यूं न होवे<BR/>तुम्हें बदल दे बिफरी जनता<BR/><BR/>अच्छी लगीं ।<BR/><BR/>सम्भव हो तो अभिनवजी का अता-पता, सम्पर्क सूत्र दें । तनिक स्वार्थ की बातें करने की इच्छा है ।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-33234467564285093002008-12-19T00:12:00.000+05:302008-12-19T00:12:00.000+05:30इम्तहां हो गयी थी इंतजार की....संजय की गज़ल तो पहले...इम्तहां हो गयी थी इंतजार की....<BR/><BR/>संजय की गज़ल तो पहले ही सुन चुका था और उसे तो रोज थोक के हिसाब से दाद देता हूं<BR/><BR/>अभिनव जी को करोड़ो बधाईयां <BR/><BR/>और कंचन जी के शेरों ने कमप्यूटर के की-बोर्ड को छोड़ कर तालियां बजाने पे विवश कर दिया<BR/><BR/>गुरू जी को चरण-स्पर्शगौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-67722453710635381372008-12-18T23:55:00.000+05:302008-12-18T23:55:00.000+05:30गुरु जी प्रणामआज तरही मुशायरा देख कर लगा जैसे कुछ ...गुरु जी प्रणाम<BR/>आज तरही मुशायरा देख कर लगा जैसे कुछ खोया हुआ को फ़िर से पा लिया हो <BR/>मै ख़ुद भी कई दिन से नदारद था क्लास से, इतेफाक की बात है आज ऑन लाइन हुआ और तरही मुशायरा पढने को मिला <BR/>सबसे पहले अभिनव जी को हार्दिक बधाई फ़िर कैप्टन सँजय चतुर्वेदी जी का सहपाठी होने के नाते हार्दिक स्वागत <BR/><BR/>अन्धी नगरी चौपट राजा<BR/>सँजय चतुर्वेदी जी की इस लाइन ने तो मुझे चौका दिया <BR/><BR/>आपका वीनस केसरीवीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-47995396616337143952008-12-18T14:51:00.000+05:302008-12-18T14:51:00.000+05:30अभिनव जी को दोहरी बधाई. कैप्टन साहब ने कमाल का लिख...अभिनव जी को दोहरी बधाई. कैप्टन साहब ने कमाल का लिखा है. अभिनव जी एवं कंचन जी की लेखनी भी दमदार है. तरही मुशायरे का इंतजार तो था ही.रविकांत पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/14687072907399296450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-18146224981365881922008-12-18T13:58:00.000+05:302008-12-18T13:58:00.000+05:30वाह ...आज अचानक तहरी मुशायरा देख कर मन खुश हो गया....वाह ...आज अचानक तहरी मुशायरा देख कर मन खुश हो गया....! अभिनव जी को बधाई अथर्वागमन की ...! और बधाई कैप्टन साहब के साथ साथ फिर से अभिनव जी को उनकी बेहतरीन गज़ल के लिये..! दोनो ही बेजोड़।कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-88590991617625277152008-12-18T13:56:00.000+05:302008-12-18T13:56:00.000+05:30वाह ...आज अचानक तहरी मुशायरा देख कर मन खुश हो गया....वाह ...आज अचानक तहरी मुशायरा देख कर मन खुश हो गया....! अभिनव जी को बधाई अथर्वागमन की ...! और बधाई कैप्टन साहब के साथ साथ फिर से अभिनव जी को उनकी बेहतरीन गज़ल के लिये..! दोनो ही बेजोड़।कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-50874957458967063482008-12-18T12:41:00.000+05:302008-12-18T12:41:00.000+05:30बहुत खुशी हुई आपके ब्लॉग पे हलचल देख कर। अब जब tar...बहुत खुशी हुई आपके ब्लॉग पे हलचल देख कर। अब जब tarahi mushayara शुरू हो गया है to raunak भी बढ़ जाएगी।Tarun Goelhttps://www.blogger.com/profile/01059376914654307610noreply@blogger.com