tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post6249841438526016267..comments2024-03-27T10:03:10.997+05:30Comments on सुबीर संवाद सेवा: देर मेरी ही तरफ़ से हुई है दीपावली के मुशायरे हेतु, क्षमा के साथ दीपावली के तरही मुशायरे का तरही मिसरा प्रस्तुत हैपंकज सुबीरhttp://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-90890183918839575682018-11-03T00:40:23.973+05:302018-11-03T00:40:23.973+05:30आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में"...<i><b> आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शनिवार 03 नवम्बर 2018 को लिंक की जाएगी ....<a href="http://halchalwith5links.blogspot.in" rel="nofollow">http://halchalwith5links.blogspot.in </a>पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!</b></i>विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-11099490789353960412018-10-27T11:03:54.093+05:302018-10-27T11:03:54.093+05:30बढिया। कहने की कोशिश करेंगे।बढिया। कहने की कोशिश करेंगे।girish pankajhttps://www.blogger.com/profile/16180473746296374936noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-71553987502066314902018-10-24T23:19:42.145+05:302018-10-24T23:19:42.145+05:30शुद्धि ऊपर टंकण त्रुटि में :
"सागर" के स...शुद्धि ऊपर टंकण त्रुटि में :<br />"सागर" के स्थान पर "शेर" पढ़ेंAshwini Rameshhttps://www.blogger.com/profile/16656626915061597542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-2563309230659310482018-10-24T23:16:47.193+05:302018-10-24T23:16:47.193+05:30बहुत खूब पंकज भाई,
अगर ये न होता ...बहुत खूब पंकज भाई,<br /><br /> अगर ये न होता शायद हम बहुत उदास हो जाते क्योंकि 2011 से मैं इस दीवाली की तरही मुशायरा में भगग ले रहा हूँ और अब बिना मुशायरे के दीपावली का मज़ा नहीं आता । पांच सागर आज लिख चुका हूँ लगे हाथ क्योंकि आज छुट्टी का दिन था सो 6 के बाद लिख दिए । मुशायरे की शुभकामनाएं ।<br /><br />Ashwini Rameshhttps://www.blogger.com/profile/16656626915061597542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-51448605891004854152018-10-24T17:57:27.366+05:302018-10-24T17:57:27.366+05:30बहारों को चमन याद आ गया है
मुझे वो गुल बदन याद आ ग...बहारों को चमन याद आ गया है<br />मुझे वो गुल बदन याद आ गया है<br /><br />मुझे गुलाम अली साहिब द्वारा गाई हुई ग़ज़ल याद आईद्विजेन्द्र ‘द्विज’https://www.blogger.com/profile/16379129109381376790noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-85462991666360005212018-10-24T14:32:39.754+05:302018-10-24T14:32:39.754+05:30kARTE HAIN KUCHH VAISE MUSHKIL TO HAI HAMESHA KI T...kARTE HAIN KUCHH VAISE MUSHKIL TO HAI HAMESHA KI TARAH.GHAZAL KAHE ARSA HO GAYA. नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-33886334865625503182018-10-24T07:40:01.311+05:302018-10-24T07:40:01.311+05:30वाह गुरु जी , आख़िर दीपावली के मुशायरे के लिए मिसरा...वाह गुरु जी , आख़िर दीपावली के मुशायरे के लिए मिसरा मिल ही गया , मज़ा आएगा gurpreet singhhttps://www.blogger.com/profile/15070768860145897748noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-25765061758354780492018-10-24T00:37:06.148+05:302018-10-24T00:37:06.148+05:30मुझे तो मुनीर नियाज़ी सहब की 122 2122 2122 गज़ल &qu...मुझे तो मुनीर नियाज़ी सहब की 122 2122 2122 गज़ल "हमेशा देर कर देता हूँ मैं" याद आ रही है. इस बार देर न हो इसका ध्यान रखूंगा<br />तिलक राज कपूरhttps://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-78082082387394201042018-10-23T20:55:50.551+05:302018-10-23T20:55:50.551+05:30देर आयद
दुरुस्त आयददेर आयद<br />दुरुस्त आयदद्विजेन्द्र ‘द्विज’https://www.blogger.com/profile/16379129109381376790noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-35011555606415735562018-10-23T19:16:42.102+05:302018-10-23T19:16:42.102+05:30फेसबुक पे आपकी व्यस्तता देख के एक बार तो मुझे लगा ...फेसबुक पे आपकी व्यस्तता देख के एक बार तो मुझे लगा की शायद इस बार दिवाली की तरही नहीं हो ...<br />पर आज इस पोस्ट को देख कर सुखद एहसास हुआ की एक सिलसिला जो लम्बे समय से है ... वो चल रहा है ... यहाँ आ कर लगता है जैसे दुबारा विद्यार्थी जीवन में प्रवेश हो गया हो ... <br />सभी से मिलना मौज मस्ती कुछ पलों की यादों का सिलसिला जोडती जाती है ...<br />तरही की तैयारी अभी शुरू करता हूँ ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-46303044862990120962018-10-23T17:42:28.823+05:302018-10-23T17:42:28.823+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (24-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (24-10-2018) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "सुहानी न फिर चाँदनी रात होती" (चर्चा अंक-3134) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />राधा तिवारीradha tiwari( radhegopal)https://www.blogger.com/profile/09630389878761098417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-25683284063024141832018-10-23T17:32:07.426+05:302018-10-23T17:32:07.426+05:30सुबीर जी,
ग़ज़ल भेज दी है.
--ख़लिश सुबीर जी,<br /><br />ग़ज़ल भेज दी है.<br /><br />--ख़लिश Dr. M C Guptahttps://www.blogger.com/profile/10249139135590752196noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-47866946872200930862018-10-23T11:37:41.260+05:302018-10-23T11:37:41.260+05:30Koshish karta Hoon.. Shukriya :)Koshish karta Hoon.. Shukriya :)Dinhttps://www.blogger.com/profile/04838086858668955758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-72175464237704746782018-10-23T11:35:41.180+05:302018-10-23T11:35:41.180+05:30आदरणीय पंकज जी आदाब!
हुक्म की तामील के लिए कोशिश फ़...आदरणीय पंकज जी आदाब!<br />हुक्म की तामील के लिए कोशिश फ़ौरन शुरू कर दी गई है।<br />वैसे एक बात है...<br />ग़ज़ल मुश्किल है ये आसान कहना<br />ये मुश्किल भी मगर आसां करेंगे!!<br />शाहिद मिर्ज़ा शाहिद<br />शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7637784963342720274.post-80409860184300219192018-10-23T10:14:39.499+05:302018-10-23T10:14:39.499+05:30मिसरा आसान लग रहा है.. ग़ज़ल कहना मुश्किल!मिसरा आसान लग रहा है.. ग़ज़ल कहना मुश्किल!Rajeev Bharolhttps://www.blogger.com/profile/03264770372242389777noreply@blogger.com